बुलंदशहर: #Bulandshahr में सोमवार को गोकशी के शक में हुई हिंसा की जांच करने पहुंचे एडीजी इंटेलीजेंस एसबी शिराड़कर बुधवार रात को लखनऊ लौट आए हैं। उन्हें अपनी जांच रिपोर्ट बुधवार को ही सौंपनी थी लेकिन देर रात पहुंचने के कारण वह इस नहीं सौंप पाए। माना जा रहा है कि एडीजी इंटलीजेंस गोपनीय तरीके से की गई जांच की रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय को आज सौंप सकते हैं।
गुरुवार को एडीजी इंटेलीजेंस अपनी रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय को सौंपेंगे। इसके बाद यह रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। बता दें कि एडीजी इंटेलीजेंस को बुलंदशहर हिंसा की जांच के लिए 48 घंटे का समय दिया गया था। वह इस जांच को पूरी करके बुधवार देर रात लखनऊ पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट में कई अहम बातों का जिक्र किया गया है।
इसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि घटना के तुरंत बाद मौके पर पर्याप्त फोर्स नहीं पहुंची। इसमें इसका भी जिक्र होने की बात सामने आ रही है कि करीब दो घंटे तक पुलिसकर्मी हिंसा के दौरान फंसे रहे। यह भी कहा जा रहा है कि रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद पुलिस विभाग पर बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है। बता दें कि सोमवार को बुलंदशहर में गोकशी के बाद हिंसा भड़क गई थी।
स्याना पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत चिंगरावठी के पास महाव गांव के बाहर जंगल में पशुओं के कंकाल मिलने के बाद हिंसा भड़क गई थी। जिसमें गोली लगने से 20 साल के युवक सुमित कुमार की मौत हो गई। हिंसा में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार भी मारे गए थे। बजरंग दल के योगेश राज की शिकायत पर सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। वह भीड़ की हिंसा से जुड़ी एक अन्य प्राथमिकी में भी आरोपी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो में बुलंदशहर हिंसा मामले के आरोपी योगेश राज ने खुद को बेकसूर बताते हुए दावा किया है कि जिस समय वहां गोलीबारी हुई उस समय वह अपने साथियों के साथ स्याना पुलिस थाने में गोकशी की घटना के सिलसिले में शिकायत दर्ज करवा रहा था। खुद को बुलंदशहर में बजरंग दल का जिला संयोजक बताते हुए योगेश ने वीडियो में दावा किया कि गोलीबारी की घटना से उसका कोई लेनादेना नहीं है और वह बेकसूर है।