नई दिल्ली: भाजपा ने पहले और दूसरे चरण की 16 लोकसभा सीटों के लिए सोमवार को 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण समेत प्रदेश सरकार के मंत्री भी शामिल हैं।
पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के सामाजिक समीकरण को साधने के लिए पिछड़े, अति पिछड़े और दलित नेताओं को भी सूची में जगह दी गई है।
यूपी में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वित्तमंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, चिकित्सा मंत्री एवं यूपी भाजपा प्रभारी जेपी नड्डा प्रचार करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्र्र्टीय पाध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री उमा भारती, रेलमंत्री पीयूष गोयल, कपड़ा मंत्री और अमेठी से पार्टी प्रत्याशी स्मृति ईरानी, केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, सांसद और मथुरा से पार्टी प्रत्याशी हेमा मालिनी भी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी पार्टियों में अपने उम्मीदवारों के नाम पर मंथन का दौर जारी है। ऐसे में पार्टियां इसको लेकर भी रणनीति तैयार कर रही हैं कि चुनाव का प्रचार कैसे बेहतर ढंग से किया जाए। अपने स्टार प्रचारकों की सूची तैयार करने के लिए भी पार्टियां बैठक कर रही हैं। लेकिन भाजपा की तरफ से अपने स्टार प्रचारकों की जारी हुई इस पहली सूची में फिर एक बार आडवाणी समेत उनके खेमे के कई नेताओं को नजरअंदाज किया गया है।
इस सूची में भी लाल कृष्ण आडवाणी का नाम गायब है। मुरली मनोहर जोशी, वरुण गांधीए मेनका गांधी भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं हैं। बता दें कि इससे पहले उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी लोक तब सकते में आ गए थे जब लाल कृष्ण आडवाणी का टिकट गांधीनगर लोकसभा सीट से कटा था और अमित शाह को इस सीट से उम्मीदवार घोषित किया गया। वहीं अब भाजपा के स्टार प्रचारकों की इस सूची ने ये पूरी तरह साबित कर दिया है कि भाजपा अपने फ्रंट लाइन नेताओं के भरोसे ही इस चुनावी महासंग्राम में उतरेगी।