पंजाब के मेडिकल कॉलेजों में फीस वृद्धि के विरोध में आम आदमी पार्टी ने बुधवार को मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सोनी के आवास के बाहर जमकर रोष प्रदर्शन किया। पार्टी नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार एमबीबीएस की पढ़ाई महंगी कर डॉक्टर बनने का सपना सजाए युवाओं का भविष्य धूमिल करने पर तुली है। इस दौरान आप नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। कहा कि सरकार लोगों से धक्का कर रही है। इस दौरान डॉक्टरों ने भी काली पट्टी बांधकर फीस वृद्धि विरोध जताया। पटियाला में मेडिकल स्टूडेंट्स ने काली पट्टी बांधकर मंत्री ओपी सैनी को ज्ञापन सौंपा।
‘आप’ यूथ विंग के इंचार्ज और विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर, सीनियर पार्टी नेता व विधायक अमन अरोड़ा और यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिद्धू और माझा जोन के अध्यक्ष सुखराज सिंह बल्ल के नेतृत्व में हुए इस रोष प्रदर्शन में सैंकड़े नौजवानों और स्थानीय नेतागणों ने भाग लिया।
पंजाब के मेडिकल कॉलेजों में भी एमबीबीएस की शिक्षा महंगी करने के फैसले का तीखा विरोध शुरू हो गया है। सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर के जूनियर रेजिडेंट्स व एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने काले बिल्ले पहनकर काम किया। दोपहर ढाई बजे से साढ़े तीन बजे सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। डॉक्टर्स की मांग थी कि पंजाब सरकार फीस वृद्धि का फैसला तत्काल वापस ले।
अमृतसर में काली पट्टी बांधे जूनियर रेजीडेंट्स।
सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर से संबंधित जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रधान डॉ. जसमिंदर प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टर वर्ग चौबीसों घंटे मरीजों की सेवा कर रहा है। पंजाब सरकार ने डॉक्टरों की इस कर्तव्यनिष्ठा को दरकिनार करते हुए फीस वृद्धि कर मनमानी की है। सरकार का यह फैसला निंदनीय है। इस संकटकाल में यह जरूरी है कि पंजाब के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी दूर करे, पर सरकार तो फीस वृद्धि के लिए आमादा है। ऐसे में तो मध्यमवर्गीय परिवार एमबीबीएस की पढ़ाई से वंचित हो जाएंगे। एक साल की एमबीबीएस फीस अब एक लाख साठ हजार रुपये कर दी गई है। इस अनुपात में एमबीबीएस की पूरी पढ़ाई आठ लाख रुपये में होगी।
मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. वैभव चावला ने कहा कि गरीब का बच्चा तो डॉक्टर तो बन नहीं सकता। कोरोना महामारी को देखते हुए हम काले बिल्ले लगाकर ही ड्यूटी करेंगे। साथ ही सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले के खिलाफ कंपेन जारी रहेगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी इस संघर्ष में समर्थन किया है। इस अवसर पर डॉ. नवनीत कौर सहित एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे।
वहीं, मंत्री ओपी सोनी आज पटियाला में थे। इस दौरान उनको छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्टूडेंट्स विरोध स्वरूप काली पट्टियां बांधकर उनके सामने आए और फीस बढ़ाने का विरोध जताते हुए अपना मांग पत्र सौंपा। मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह इस पर जरूर विचार करेंगे।
पटियाला में काली पट्टी बांधे मेडिकल स्टूडेंट्स।
मंत्री बोले- फीस ज्यादा नहीं
स्टूडेंट्स का कहना है कि पहले एमबीबीएस की कुल फीस 4.30 लाख थी जो अब बढ़कर 7.30 लाख हो गई है। इसके जवाब में ओपी सोनी ने कहा कि एक डॉक्टर को एमबीबीएस का कोर्स करवाने के लिए 30 लाख सरकार का खर्च आता है इसके मुकाबले 7.30 लाख की फीस ज्यादा नहीं है।
अब प्रतिदिन होंगे 9000 टेस्ट
ओपी सोनी ने पटियाला में कोरोना वायरस के टेस्ट करने वाली लैब में लगाई गई नई मशीन सहित नई लैब का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में प्रतिदिन 9000 कोरोना वायरस के टेस्ट होंगे। तीन मशीनें नई लगाई गई हैं, जिसमें पटियाला अमृतसर व फरीदकोट में है। तीनों चालू हो चुकी हैंं।