पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में एक नाबालिग समेत आतंकी बनने जा रहे तीन युवकों को समय रहते बचा लिया। पुलिस ने लड़कों को जिहादी संगठन के लिए तैयार करने वाले लश्कर और हिजबुल मुजाहीदिन के दो ओवरग्राउंड वर्करों (OGW) को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद की नर्सरी कहलाने वाले त्राल के कुछ युवक आतंकी बनने जा रहे हैं। इसकी भनक तीन दिन पहले एसएसपी अवंतीपोरा के पास पहुंची। उन्होंने उसी समय त्राल व उसके साथ सटे इलाकों में पुलिस तंत्र को पूरी तरह सक्रिय किया और जल्द ही पुलिस ने तीनों लड़कों को चिन्हित कर लिया।पुलिस ने इन लड़कों को बरगलाकर आतंकवादी बनने को प्रेरित करने वाले दो ओवरग्राउंड वर्करों (OGW) का भी पता लगाया। ये सभी लोग अपने ठिकानां से निकल चुके थे।
पुलिस ने इन सभी का पकड़ने के लिए त्राल केआस-पास के कुछ खास इलाकों की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान में सेना और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हुए। आतंकी बनने निकले तीनों लड़कों के परिजनों व दोस्तों से भी मदद ली गई। पुलिस ने तीन लड़कों को पकड़ लिया। उनकी पहचान 21 वर्षीय इलियास अमीन वानी, 17 वर्षीय अबरार अहमद रेशी और 19 वर्षीय उबैद अहमद शाह के रुप में हुई। यह तीनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। आतंकी बनने से रोके गए तीनों युवकों को कौंसलिंग के बाद पुलिस ने उनके अभिभावकों के हवाले कर दिया है
सूत्रों ने बताया कि यह तीनाें लड़के बीते कुछ महीनों से त्राल और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकियों व उनके ओवरग्राउंड वर्करों के साथ लगातार संपर्क में थे।
पुलिस ने इन तीनाें को आतंकी संगठन में भर्ती करने वाले आतंकियों के दो ओवरग्राउंड वर्करों रिजवान अहमद वानी और रईस अहमद चोपान को भी पकड़ा गया। यह दोनों मडूरा त्राल के रहने वाले हैं। वे लश्कर व हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करते हैं। इन दोनों ने पहले भी करीब छह लड़कों को इन दो आतंकी संगठनों के लिए भर्ती किया है।
दोनो ओवरग्राउंड वर्करों ने पुलिस को मिडूरा, रठसुन व उसके साथ सटे इलाकों में लश्कर व हिज्बुल मुजाहिदीन के नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। इन दोनों के खिलाफ संबधित कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल, देानों से अवंतीपोरा पुलिस द्वारा पूछताछ जारी है।