ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने कोरोना वायरस महामारी के बीच तीन दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों को बेरोजगार कर दिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 40 कर्मचारियों को नौकरी से निकलने का फैसला किया है, जबकि कार्यकारी के वेतन में भी कटौती करने का फैसला बोर्ड ने बुधवार को किया है, जिससे कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित वित्त पोषण के प्रयासों को जारी रखा जा सके। इसके अलावा युवा खिलाड़ियों की जेब पर भी बोर्ड ने कैंची चलाई है।
लागत में कटौती के उपाय, जिसमें लोअर-टियर और जूनियर टीमों के लिए अंतरराष्ट्रीय दौरों का निलंबन भी शामिल है। सीए ने इस बारे में बयान देते हुए कहा है कि इससे बोर्ड हर साल 40 मिलियन डॉलर तक बचाएगा और राजस्व पर COVID-19 के प्रभाव को आंशिक रूप से कम करेगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष ने कहा है, “हम मानते हैं कि यह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कर्मचारियों के लिए एक मुश्किल समय है, खासकर उन स्टाफ सदस्यों के लिए जिनके परिवार इससे प्रभावित होंगे।”
पुनर्गठन के विवरण के एक दिन बाद बोर्ड ने घोषणा की कि केविन रॉबर्ट्स ने वायरस के शटडाउन से निपटने के लिए आलोचना के महीनों के बाद तत्काल प्रभाव से मुख्य कार्यकारी के रूप में इस्तीफा दे दिया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अप्रैल में अपने 80 फीसदी कार्यबल को पहले ही समाप्त कर दिया था और COVID-19 के प्रभाव को प्रबंधित करने के लिए कार्यकारी वेतन में कटौती की थी।
हालांकि, बोर्ड के इस नए फैसले से सीधे तौर पर 40 कर्माचारियों का परिवार तो प्रभावित होगा ही। साथ ही साथ अंडर 19 और ए टीमों के दौरे रद करके कंगारू क्रिकेट बोर्ड ने युवा खिलाड़ियों की जेब पर भी कैंची चलाने का काम किया है, क्योंकि बोर्ड चाहता है कि अगले कुछ समय तक जितने हो सके उतने पैसे बचाए जाए। ऑस्ट्रेलिया को टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करनी है, जिसके लिए भी बोर्ड को मोटी रकम की जरूरत होगी।