आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में आने वाले पूर्वांचल के 23 कृषि विज्ञान केंद्रों की ओर से मनरेगा से किसानों के खेतों पर फसल प्रणाली मॉडल विकसित किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने 57 करोड़ की परियोजना का प्रस्ताव प्रमुख सचिव कृषि शिक्षा को भेजा है।
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्रों को पांच-पांच किसानों के चयन का निर्देश दिया है। निदेशक प्रसार प्रो. एपी राव ने बताया कि चयनित किसानों के खेत पर मनरेगा से फसल प्रणाली का मॉडल तैयार किया जाएगा। प्रत्येक किसान के यहां दो मॉडल बनाए जाने हैं। पहला मॉडल अन्न उत्पादन, औद्यानिक फसल, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन, नाडेप कम्पोस्ट व वर्मी कंपोस्ट यूनिट की स्थापना का है जबकि दूसरा मॉडल मधुमक्खी पालन व डेयरी यूनिट की स्थापना है। निदेशक प्रसार ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में इस योजना से विकसित किये जाने वाले मॉडल वहां के किसानों को बेहतर कृषि व कृषि आधारित उद्यम अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। इस योजना के तहत एक यूनिट की स्थापना विश्वविद्यालय मुख्यालय पर भी किसानों के प्रदर्शन के लिए स्थापित की जाएगी।