अटारी-वाघा सीमा के रास्ते वीरवार को पाकिस्तान से 250 भारतीय नागरिक वतन लौट गए हैं। शुक्रवार और शनिवार को भी 498 भारतीय अंतरराष्ट्रीय सड़क रास्ते पाकिस्तान से लौटेंगे। आज लौटे सभी नागरिक जम्मू व कश्मीर केे रहने वाले हैं। ये लोग जैसे ही भारतीय सरजमीं पर पहुंचे तो भावुक हो गए।इन्हें ले जाने के लिए सुबह से ही यहां जम्मू-कश्मीर की बसें पहुंच गई थी। इमीग्रेशन से पहले इनकी थर्मल स्केनिंग की गई और बाद में बसों में बैठाकर जम्मू के लिए रवाना कर दिया गया।
पाकिस्तान से आने वाले भारतीय नागरिकों की जांच के लिए सीमा पर मेडिकल टीम भी तैनात की गई थी। सभी यात्रियों की यहां जांच हुई। इसके बाद उन्हें उनके राज्य में भेज दिया गया, जहां यह 14 दिन क्वारंटाइन में रहेंगे। एसडीएम शिवराज सिंह का कहना है कि पाकिस्तान से आज भारतीय नागरिकों का पहला दल आया। आज आने वाले सभी लोग जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। इन्हें मेडिकल जांच के बाद रवाना किया गया।
बता दें, लॉकडाउन के कारण भारत-पाकिस्तान ने सड़क मार्ग बंद कर दिया था। इससे पाकिस्तान गए जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र , उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से 746 लोग वहीं फंस गए थे। ये लोग अपने रिश्तेदारों या धार्मिक यात्राओं के लिए पाकिस्तान गए थे।
कोरोना वायरस फैलने के बाद भारत सरकार और पाकिस्तान दोनों देशों ने भारत-पाक सीमा (सड़क रास्ता) बंद कर दिया था। भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान सरकार को अपने नागरिकों को सड़क मार्ग से भेजने की स्पेशल मंजूरी देने को कहा था, जिसके बाद पाकिस्तान सरकार ने अपने देश में फंसे भारतीय नागरिकों को वाघा-अटारी सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश करने की इजाजत दी है।