पंजाब में शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बुधवार की सर्वदलीय बैठक के बारे में झूठा और गुमराह करने वाला बयान जारी किया है. जो एक तरह से किसानों से धोखा किया है. गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिअद अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक के बारे में जो बयान जारी किया गया, वह विश्वास तोड़ने वाली कार्रवाई है.
इसमें तथ्यों को तोड़मरोड़ कर यह साबित करने की कोशिश की गई कि अकाली दल ने सरकार के प्रस्तावों का समर्थन किया है. यह बात सही नहीं है. बैठक में कांग्रेस का समर्थन आम आदमी पार्टी ने रबर स्टांप की तरह किया. उनके अलावा कुछ सियासी नेताओं ने भी सरकार से अपने करीबी संबंध जाहिर किए. इस मौके पर सुखबीर ने सर्वदलीय मीटिंग में अपने भाषण की वीडियो रिकार्डिंग चलाई और अपने स्टैंड को सार्वजनिक करने का प्रयास किया. सुखबीर ने बताया कि उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके बयान का हवाला देकर किसानों को गुमराह करने के प्रयास की भी निंदा की है.
अपने बयान में उन्होंने आगे बताया कि बैठक में कृषि और केंद्रीय अध्यादेशों के फायदों पर कोई चर्चा नहीं हुई. मैंने स्पष्ट कर दिया था कि अध्यादेशों में किसी भी जगह पर एमएसपी पर मंडीकरण को खत्म करने की बात नहीं है. अध्यादेशों में संघवाद के खिलाफ कुछ नहीं लिखा गया. सुखबीर ने कहा कि अकाली दल का इस मामले में कुर्बानियों का लंबा इतिहास है. वही, सुखबीर कहा कि मैंने सर्वदलीय बैठक में भरोसा दिलाया था कि एमएसपी पर मंडीकरण खत्म नहीं होगा. यह भी कहा कि इस मामले में हम कृषि मंत्रालय से लिखित आश्वासन लेकर देने को भी तैयार हैं.
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