लखनऊ में पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी आरोपित ने गुजरात के व्यापारी से हड़पे पांच करोड़

पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में पुलिस अभी फरार आरोपितों को पकड़ भी नहीं सकी थी कि एक और फर्जीवाड़ा सामने आ गया। ठगी के आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आशीष राय ने अपने साथियों के साथ मिलकर खाद्य एवं आपूॢर्ति विभाग में टेंडर दिलाने का झांसा देकर गुजरात के व्यापारी से पांच करोड़ रुपये हड़पे थे। हजरतगंज कोतवाली में आशीष राय व उसके छह साथियों के खिलाफ साजिश के तहत धोखाधड़ी करने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है।

मूलरूप से अमृतकुंज आश्रम रोड अहमदाबाद निवासी नीलम नरेंद्र भाई पटेल ने सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर, एनके कनौजिया उर्फ आशीष राय, राघव, एसके अग्निहोत्री, रितुल जोशी, लोकेश मिश्रा, कलीम अहमद व अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीडि़त के मुताबिक, वह खाद्य सामग्री आपूॢत से संबंधित व्यापार अपने मित्र जिगर राजेंद्र भाई गांजावाला के साथ मिलकर करता हैै। जिगर गांजावाला, कलीम अहमद के साथ मिलकर केमिकल का भी व्यापार करते हैं। आरोप है कि कलीम अहमद ने उत्तर प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग लखनऊ से टेंडर दिलाने के नाम पर सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर के साथ कनॉट प्लेस दिल्ली में मीटिंग करवाई थी।

गोमतीनगर के होटल में कराई थी मीटिंग

इसके बाद दूसरी मीटिंग होटल नोवोटल गोमती नगर में करवाई। इसमें कथित एनके कनौजिया के साथ मीटिंग करने की बात की गई। आरोपितों ने विधान भवन के गेट नंबर सात पर एनके कनौजिया से मीटिंग कराई और सचिवालय के अंदर एक केबिन में ले गए। केबिन में तख्ती और मेज पर जॉइन्ट सेक्रेटरी एनके कनौजिया के नाम का बोर्ड लगा था।

खुद को बताया था आपूॢत विभाग का अधिकारी

आशीष ने खुद को एनके कनौजिया बताया था और कहा कि वह खाद आपूर्ति विभाग का अधिकारी है। झांसे में लेकर ठगों ने 120 करोड़ का नमक ठेका दिलाने की बात कही और इसके एवज में पांच फीसद कमीशन एडवांस में देने को कहा। बाकी पांच फीसद बिलिंग के बाद देने की बात कही। एनके कनौजिया उर्फ आशीष राय ने होटल आदि के खर्च के नाम पर लाख रुपये मांगे, जिसपर पीडि़त ने उसके खाते में दो लाख रुपये जमा कर दिए।

कैश में लिया था एक करोड़ रुपये

आरोपितों ने पीडि़त व्यापारी से एक करोड़ रुपये दिल्ली में कैश भी लिया था। इसके बाद अलग-अलग मदों में करीब पांच करोड़ रुपये हड़प लिए। पीडि़त को अखबार के माध्यम से ठगी की जानकारी हुई। इसके बाद उसने राजधानी पुलिस से संपर्क किया। पुलिस आयुक्त ने इस प्रकरण की गहनता से जांच के निर्देश दिए हैं। मामले की विवेचना एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह को सौंपी गई है।

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