कोई पेड़ के तने से चिपका था तो किसी के बाजू उखड़ गए थे। एक का सिर पिचक गया तो एक की टांगें फट गई। ये रूह कंपा देने वाला हादसा लुधियाना में साउथसिटी रोड पर हुआ था। चार नौजवानों की मौत हो गई थी और मरने वालों में दो लड़कियां भी थीं। मरने वाले सभी 22 से 24 साल की उम्र के थे। एक बच गया, जिसका अस्पताल में इलाल चल रहा है।
हादसे में मारे गए संयम अरोड़ा गाजियाबाद के एक कॉलेज से बी-टेक कर रहा है और उसके पिता की फाउंटेन चौक में अरोड़ा रिफ्रेशमेंट के नाम से दुकान है। गौरीश मंडी गोबिंदगढ़ के एक कॉलेज से इंजीनयिरिंग और ईशानी लुधियाना के गवर्नमेंट कॉलेज में बीए फाइनल की स्टूडेंट है। संयम ने तीन महीने पहले ही नई होंडा सिटी कार ली थी। कॉलेजों में छुट्टी होने के चलते सभी घर पर ही रह रहे थे।
शुक्रवार को उन्होंने शुक्रवार की सुबह बाहर घूमने जाने का प्लान बनाया। जिसके चलते सभी दोपहर 1 बजे के करीब घर से कार में सवार होकर निकल गए। कार को गौरीश चला रहा था। सभी ने पहले नहर किनारे बने शराब के ठेके पर चार बीयर की बोतलें लीं। इसके बाद उन्होंने कार गांव ईसेवाल की तरफ मेन रोड पर डाल ली।
दोपहर सवा दो बजे के करीब जब वह गांव देतवाल के पास पहुंचे तो कार का एकदम बैलेंस बिगड़ गया। जिस कारण कार सड़क की साइड पर लगे पत्थर से टकराने के बाद टेक-ऑफ कर 8 फीट ऊपर पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी भयानक थी कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और चारों युवाओं के शव गाड़ी में ही फंस गए। आवाज सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने घायल युवक को निजी अस्पताल पहुंचाया। हादसे के समय कार का इंजन टूट कर अक्षित के ऊपर आ गिरा। लोगों ने उसके ऊपर से इंजन हटाया और उसे कार में डालकर अस्पताल ले गए।