आपदा को अवसर में कैसे तब्दील किया जाता है,ये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना काल में करके दिखाया। आपदा में अवसर मंत्र का पालन करते हुए यूपी सरकार ने कोविड-19 अवधि के दौरान सेनीटाइजर का 177 लाख लीटर उत्पादन दर्ज कर राजस्व वृद्धि का एक नया रिकार्ड बनाया है।
आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य की चीनी मिलों और छोटी इकाइयों ने 24 मार्च से 15 नवंबर 2020 तक 177 लाख लीटर सेनीटाइजर का रिकॉर्ड मात्रा में उत्पादन किया है। इससे सरकार को 137 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है, जोकि एक रिकार्ड है।
आबकारी विभाग के अनुसार यूपी के बाहर 78.38 लाख लीटर सेनीटाइजर की बिक्री हुई है। वहीं यूपी में कुल 87.01 लाख लीटर सेनीटाइजर बेचा गया है। इस तरह सेनीटाइजर की कुल बिक्री 165.39 लाख लीटर हुई है।
अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया ” आपदा में अवसर ” मंत्र का पालन करते हुए आबकारी विभाग ने सेनीटाइजर का समय पर उत्पादन कराया। साथ ही बाजार में समय पर सेनीटाइजर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की। इसी वजह से यूपी ने सेनीटाइजर से राजस्व सृजन में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। आंकड़ों के अनुसार सेनीटाइजर उत्पादन से 12,848 लाख रुपये का जीएसटी राजस्व और 794.28 रुपए का लाइसेंस शुल्क मिला है जबकि विकृतीकरण से प्राप्त राजस्व 21.18 लाख रुपए है। आय के साथ ही यह कोरोना के संक्रमण के खिलाफ एक प्रभावी हथियार भी साबित हुआ।