मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के सिंधी कॉलोनी के बॉयज होस्टल में रहने वाले 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र विकास तिवारी ने मंगलवार को जहर खाकर खुदकुशी कर ली। छात्र में सुसाइड नोट में अपनी समस्या बताई है, जिसमें लिखा है कि वह तीन सालों से घुट रहा था।
इंदौर पुलिस के अनुसार, विकास सिंगरौली के छितरंगी का रहने वाला था। उसके पिता धर्मराज तिवारी प्रिंसिपल हैं। चार दिन पहले वह अपने पिता के साथ इंदौर गया था, जहाँ वह पीएससी की तैयारी करने वाला था। इसके लिए उसने शहर की एक बड़ी कोचिंग एकेडमी में एडमिशन में लिया था। उसके पिता दो दिन तक उसी के साथ रुके थे, फिर वे चले गए।
पिता ने बताया कि जब तक मैं उसके साथ रुका हुआ था तब तक विकास काफी अच्छा था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह अंदर ही अंदर घुट रहा था। इस घटना के बारे में उसके चचेरे भाई का कहना है कि, विकास पढ़ने में होशियार था। अपनी पढ़ाई के दम पर उसने आईआईटी दिल्ली में एडमिशन पाया था लेकिन मनपसंद ब्रांच न मिलने के कारण उसने आईआईटी दिल्ली छोड़ दिया था और जीएसआईटीएस में दाखिला ले लिया था।
उन्होंने कहा कि यहीं पर उसे पबजी खेलने की लत लग गई। इसी कारण वह फेल हो गया था और फेल होने के कारण उसे कॉलेज भी छोड़ना पड़ा। जब पबजी बंद हुआ तो वह डिप्रेशन में चला गया। अब उसने यह कदम उठा लिया।
विकास के साथ रहने वाले नीतीश तिवारी ने बताया कि, विकास की मौत से उसके माता-पिता बहुत दुखी हैं। 1400 किलोमीटर दूर उन्हें बुलाने से बेहतर हम खुद उसका शव लेकर गांव जा रहे हैं। गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
आखिर क्या लिखा सुसाइड नोट में, जानिए…
मां और पापा मुझे माफ कर दो। मैं टूट चुका हूं। मैं नहीं जानता कि, मुझे क्या कहना चाहिए। मैं जानता हूं कि ये आप तीनों के लिए दर्द भरा होगा। मैं तीन साल में पागल हो चुका हूं। मैंने खुद से नफरत करना शुरू कर दिया है। आपको आगे बढ़ना ही होगा, लेकिन मेरी तरह नहीं। आप खुद को मजबूत बनाना। मैं लिख रहा हूं, लेकिन मेरे हाथ हिल रहे हैं। मैं जानता हूं कि आप नहीं पढ़ सकते। कोई ना कोई तो आपके लिए पढ़ेगा। मैं जानता हूं। मैं एक बार फिर से एक बार आपसे माफी मांग रहा हूं। गुड बाय…