- 1 करोड़ से ज्यादा ग्रामीणों तक जल्द पहुंचेगी स्वच्छ जल धार
- सीएम योगी के निर्देश के बाद प्रदेश में हर घर नल योजना का काम हुआ तेज
- मीलों दूर से पीने का पानी ढो कर लाने की मशक्कत से मिलेगा छुटकारा
- वर्षों से पीने का पानी मटकों ढो कर ला रही हैं विंध्य और बुंदेलखंड की महिलाएं
- जल शक्ति मंत्रालय के नमामि गंगे विभाग लगातार कर रहा योजना की निगरानी
लखनऊ 27 जनवरी
विंध्य और बुंदेलखंड के हजारों गांवों में घर घर पीने का पानी पहुंचाने की योजना की योगी सरकार ने रफ्तार तेज कर दी है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों के घरों तक जल्द से जल्द स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के निर्देश अफसरों को दिए हैं । ताकि पीने के पानी के लिए विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को पैदल चलने से निजात मिल सके ।
मुख्यमंत्री के निर्देश और जल शक्ति मंत्रालय की तत्परता को देखते हुए अगले साल एक करोड़ से ज्यादा आबादी तक स्वच्छ पेय जल की सप्लाई पहुंचना तय माना जा रहा है । बुंदेलखंड में काम कर रही एजेंसियों को खास तौर से ताकीद की गई है। किसानों,ग्रामीणों और गरीबों से जुड़ी योजनाओं पर योगी सरकार के काम के रिकार्ड को देखते हुए निर्धारित दो साल से पहले ही घरों तक पानी की सप्लाई शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।
जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर और महोबा में करीब 2185 करोड़ रुपये की लागत से 12 परियोजनाओं पर काम कर रही है। जून में शुरू हुई हर घर जल योजना के जरिए योगी सरकार बुंदेलखंड में ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 67 लाख की आबादी को घर पर ही स्वच्छ पेय जल उपलब्ध करायेगी । इसका सबसे ज्यादा फायदा इन इलाकों की महिलाओं को होगा, जो पीने के लिए दूर-दूर से पानी लेकर आती हैं ।
योजना पर झांसी समेत ललितपुर और महोबा में काम तेजी से चल रहा है । पाइप लाइन बिछाने के साथ ही नदियों और डैमों के पानी को स्वच्छ करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है । झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं वाटर पर आधारित होंगी । ललितपुर में 1623.47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 12 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित पाइप पेयजल योजनाएं होंगी । वहीं महोबा में 1219.74 करोड़ की लागत से 364 गांवों तक पानी पहुंचाया जाएगा ।
विंध्य क्षेत्र के सोनभद्र और मीरजापुर में नवंबर में शुरू हुई योजना पर भी काम शुरू हो गया है । इस योजना के जरिये योगी सरकार 41 लाख से ज्यादा ग्रामीणों तक स्वच्छ जल पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर जुट गई है। केंद्र सरकार की हर घर नल योजना के तहत योगी सरकार मीरजापुर के 1606 गांवों में पाइप के जरिये पेय जल सप्लाई शुरू करेगी । इस योजना से केवल मीरजापुर के 2187980 ग्रामीणों को सीधा फायदा होगा । सोनभद्र के 1389 गांवों के 1953458 परिवार पेय जल सप्लाई योजना से जुड़ गए हैं । सोनभद्र में झील और नदियों के पानी को शुद्द करके पीने के लिए सप्लाई किया जाएगा ।
मीरजापुर में बांध पर एकत्र किए गए पानी को शुद्ध करके पीने योग्य बना कर सप्लाई किया जाएगा । मीरजापुर और सोनभद्र के लाखों परिवारों को राहत देने वाली इस योजना का वर्चुअल शिलान्यास नवंबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था ।
जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में चल रही इस योजना को चार चरणों में पूरा किया जाना है। पहला चरण बुंदेलखंड में, दूसरा विंध्याचल, तीसरा इंसेफेलाइटिस व जापानी बुखार से पीड़ित क्षेत्र और चौथा फ्लोराइड और आर्सेनिक ग्रसित गंगा तटीय क्षेत्र में पानी पहुंचाने का काम पूरा किया जाना है।
गौरतलब है कि कई नदियों से घिरे होने के बावजूद बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के जिले सोनभद्र और मिरजापुर में पीने का पानी का संकट वर्षों से चला आ रहा है । सरकारें आई और गई लेकिन पीने के पानी के लिए मशक्कत कर रहे इन ग्रामीणों की परेशानी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के जरिये पहली बार योगी सरकार ने इस क्षेत्र के हर घर तक पीने के पानी का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री खुद पेय जल की इस बड़ी परियोजना पर बराबर नजर रख रहे हैं।
इन क्षेत्रों के लिए मुख्यमंत्री ने सिंचाई के अनेक परियोजनाएं भी शुरू की हैं जिससे पानी की कमी से जूझ रहे किसानों को राहत मिली है।