अभ्युदय योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में गोरखपुर की प्रतियोगी छात्रा साक्षी पांडेय से वर्चुअल रूप से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ओडीओपी की योजना परम्परागत उत्पाद से आत्मनिर्भरता की राह और लक्ष्य प्राप्ति आसान कर रही है। इसी प्रयास का नतीजा है कि आज गोरखपुर का ओडीओपी टेराकोटा पूरी दुनिया में छा गया है।
मुख्यमंत्री साक्षी की ओर से ओडीओपी योजना शुरू करने की वजह के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा ओडीओपी को बढ़ावा देने का ही नतीजा है कि आज चीन के दीपों और लक्ष्मी-गणेश की जगह लोग टेराकोटा का दीप जला रहे हैं, उसी के बने लक्ष्मी-गणेश की पूजा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लघु, मध्यम और छोटे उद्योगों के माध्यम से आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में ओडीओपी योजना बेहद कारगर साबित हो रही है। इस योजना की खूबियों को ध्यान में रखकर ही केंद्र सरकार ने इसे यूनियन बजट में स्थान दिया है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री ने अभ्युदय योजना की शुरूआत कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से पूरे प्रदेश में इस योजना का आनलाइन शुभारंभ कर रहे थे। गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन एवं संवाद भवन से 1100 छात्र-छात्राएं कार्यक्रम से जुड़कर मुख्यमंत्री का विचार सुन रहे थे।
अभ्युदय योजना के लिए गठित कमेटी के अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने बताया कि मंडल में 25 हजार छात्रों ने पंजीकरण कराया है। स्क्रीनिंग के बाद करीब 1200 से अधिक का चयन किया गया है। गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चार-चार स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था की गई है। उद्घाटन के दौरान दीक्षा भवन में सिविल सर्विस से जुड़े 900 छात्र जबकि संवाद भवन में जेईई एवं नीट से जुड़े 200 छात्र मौजूद रहे। इसी तरह से विकास भवन के सभागार में रक्षा सेवा की तैयारी से जुड़े 80 छात्र मौजूद रहे।
अधिकारी करेंगे मार्गदर्शन, विषय विशेषज्ञ भी पढ़ाएंगे
इस योजना के तहत मंडल में कार्यरत युवा आइएएस, आइपीएस, पीसीएस, पीपीएस एवं अन्य अधिकारियों की ओर से मार्गदर्शन दिया जाएगा। कैसे तैयारी कर सफलता प्राप्त की जा सकती है, उसके लिए अधिकारी अपने अनुभव बताएंगे। विषय विशेषज्ञ गहराई से विषयों के बारे में पढ़ाएंगे। मंडलायुक्त ने बताया कि जो भी आवेदन आए हैं, उसमें रुचि एवं क्षमता के आधार पर छात्रों को अलग-अलग बैच में विभाजित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली एवं मेधावी छात्रों को मार्गदर्शन मिल सके, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। यह योजना पहले मंडल स्तर पर फिर जिला स्तर पर संचालित होगी।
अन्य नौकरियों के लिए भी किया जाएगा तैयार
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, जेईई, नीट, रक्षा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही अन्य नौकरियों के लिए भी तैयार किया जाएगा। कोशिश होगी कि गोरखपुर में मिलिट्री की भर्ती करायी जाए, जिससे शारीरिक रूप से मजबूत युवाओं को भी रोजगर मिल सके। साथ ही सेवायोजना एवं स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से युवाओं को रेाजगार उपलब्ध कराया जाएगा।