गंगा में शनिवार को लोगों से भरी एक नाव पलटने से अब तक 24 लोगों की मौत हो गई। नाव पर 40 से ज्यादा लोग सवार थे। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस घटना के बाद सीएम नीतीश ने जांच के निर्देश दिए हैं। राहत-बचाव कार्य अभी भी जारी है। NDRF की तीन टीमें इस कार्य में लगी हैं। बिहार सरकार ने मृतकों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।
वहीं ने इस हादसे पर गहरा दुख जाहिर किया है। रविवार सुबह पीएम की तरफ से भी मुआवजे की घोषणा की गई। मृतकों के परिवार को पीएम की तरफ से दो-दो लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। वहीं गंभी रूप से घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाएगा। हादसे के चलते मोदी का पटना में रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाला कार्यक्रम टाल दिया गया। वह रविवार को महात्मा गांधी सेतु के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ करने वाले थे।
बिहार के प्रधान सचिव (आपदा प्रबंधन विभाग) प्रत्यय अमृत ने 21 लोगों के मरने की पुष्टि की। पुलिस ने बताया कि मकर संक्रांति के मौके पर पटना के दियारा में पतंग उत्सव देखने गए करीब चार दर्जन से अधिक लोग जब शाम को नाव से लौट रहे थे तो एनआईटी घाट के पास अचानक नाव पलट गई।कई लोग तो तैर कर किनारे आ गए, लेकिन करीब दो दर्जन लोग नदी की धारा में बह गए। एक दर्जन से ज्यादा लोगों को पीएमसीएच पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ समेत अन्य टीमों ने अंधेरा होने की वजह से देर रात राहत कार्य रोक दिया। राहत कार्य अब रविवार सुबह फिर शुरू होगा।
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गांधी घाट पर पहुंचे पटना के जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को पटना के सबलपुर गंगा दियारा में पतंगोत्सव में भाग लेने गए लोग जब उत्सव मना कर लौट रहे थे, तभी एनआईटी घाट पहुंचने से पहले नाव पलट गई।
वहीं प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्रशासन की ओर से पतंगोत्सव में शामिल होने गए लोगों को वापस लाने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था। लोगों के बीच सीमित नावों के बीच ही वापस लौटने के लिए अफरा-तफरी मची रही और इस वजह से नाव पर ज्यादा लोग सवार हो गए जिसके कारण हादसा हो गया।