मन उदास है तो इसमें आपके दिल का कसूर नहीं, बल्कि मस्तिष्क का है. जी हां, अक्सर उदास होने पर हम मन बहलाने के लिए सिनेमा, शॉपिंग का सहारा लेते हैं और कभी-कभी तो इससे पीछा छुड़ाने के लिए शराब और जुए के भी आदी हो जाते हैं.
अपनी उदासी के लिए अक्सर हम किस्मत को जिम्मेदार ठहराते हैं, लेकिन हकीकत में इसके पीछे कोई और नहीं बल्कि मस्तिष्क में मौजूद दो रसायन- डोपामिन और सेरोटोनिन जिम्मेदार हैं.
डोपामिन रसायन जहां हमारे मूड के स्तर को संतुलित रख हमें अवसाद से बचाता है, वहीं सेरोटोनिन शांति और भावनात्मक स्तर पर ठीक रहने के लिए महत्वपूर्ण है. यह हमारे आत्मविश्वास के स्तर को भी बढ़ाता है.
यही महत्वपूर्ण रसायन हमारे शरीर की प्रतिकूल स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार होते हैं. इनके स्तर में उतार-चढ़ाव ही हमारे स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव के लिए जिम्मेदार होता है. अवसाद के कारण चिंता, तनाव, भ्रम, माया और कभी-कभी आत्महत्या के विचार वाली स्थितियां भी उत्पन्न हो जाती हैं.