महाशिवरात्रि राशिफल 11 मार्च 2021: फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन राहुकाल दोपहर 01:30 बजे से 03:00 बजे तक रहेगा। दिशाशूल दक्षिण रहेगा। महानिषीद काल (रात्रि के 11:45 बजे से रात्रि के 12:35 बजे तक) रहेगा। बुध कुंभ राशि में रहेंगे। वहीं भद्रा का समय दोपहर 02:40 बजे से रात्रि के 02:50 बजे तक रहेगा। इस दिन का राशिफल बहुत प्रमुख होने वाला है। पढ़िए सभी 12 राशियों का महाशिवरात्रि का राशिफल.
मेषः शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में आशातीत सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। किसी कार्य के संपन्न होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।
वृषः गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। महिला अधिकारी का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धार्मिक प्रवृत्ति में वृद्धिहोगी। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा।
मिथुनः शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगी।
कर्कः रचनात्मक कायोर् में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। जीवनसाथी का सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा।
सिंहः ससुराल पक्ष का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। दूसरे से सहयोग लेने में सफलता मिलेगी। उच्च अधिकारी से सहयोग लेने में सफल होंगे। संयम से काम लें।
कन्याः शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। विरोधी सक्रिय रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। रचनात्मक कार्यों में जोखिम न उठाएं। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी।
तुलाः शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में किया गया श्रम साथर्क होगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। मातृ पक्ष से तनाव मिल सकता है। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। संयम से काम लें।
वृश्चिक: आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। कुछ पारिवारिक एवं कुछ व्यावसायिक तनाव रहेगा। चल या अचल संपत्ति में वृद्धि होगी।रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी।
धनुः आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। मित्र या किसी रिश्तेदार के सहयोग से रुका हुआ कार्य संपन्न होगा। रचनात्मक कायोर् में सफलता मिलेगी। किया गया पुरुषार्थ फलदायी होगा।
मकरः पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में चल रहा प्रयास फलीभूत होगा। जीवनसाथी का सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा।
कुंभः बहुप्रतिक्षित कार्य के संपन्न होने से आत्मविश्र्वास में वृद्धि होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक योजना फीलीभूत होगी। पिता अथवा धर्मगुरु से भी आपेक्षित सहयोग मिलेगा।
मीनः पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी। व्यावसायिक प्रयासों को गति मिलेगी।