नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में गुरुवार सुबह सात बजे पीलीभीत टाइगर रिजर्व से बाघिन के चार शावक लाए गए हैं। करीब 12 दिन पहले मां से बिछड़े ये शावक पहले दिन गुमसुम रहे, हालांकि उन्होंने भोजन किया। उन्हें सुबह मीट दिया गया था। पहले दिन की तरह ही उन्होंने शुक्रवार को सुबह मीट खाया है। करीब 12 दिन पहले मां से बिछड़े ये नन्हें शावक दूसरे दिन भी प्राणि उद्यान में गुमसुम रहे। हालांकि उन्होंने भोजन किया है। उन्हें सुबह मीट दिया गया था। प्राणि उद्यान के चिकित्सक डा. अशोक कश्यप ने बताया कि शावकों को चिकित्सकों और कीपरों की निगरानी में प्राणि उद्यान के चिकित्सालय में रखा गया है। लाए गए शावकों में दो नर और दो मादा हैं। तीन दिन तक शावकों के पास कोई नहीं जाएगा। दूर से ही हम उनके बर्ताव पर ध्यान देंगे। इसके बाद जब वह इस माहौल में खुद को ढाल लेंगे तब उनके पास जाया जाएगा। तीन माह की उम्र में शावक मीट खाना शुरू कर देते हैं।
चिड़ियाघर में बढ़ा बाघों का कुनबा : प्राणि उद्यान में चारों शावकों को मिलाकर 14 बाघ हो गए हैं। इससे पहले यहां 10 बाघ थे, जिसमें से चार नर और छह मादा थे। पीलीभीत से लाए गए चारों शावक रॉयल बंगाल टाइगर हैं। इससे पहले जू में सात रॉयल बंगाल टाइगर मौजूद थे।
नाम के लिए मांगे गए सुझाव : जू प्रशासन ने दर्शकों से मेल द्वारा शावकों के नाम रखे जाने के लिए सुझाव मांगे हैं। दर्शक नामों के सुझाव lucknowzoo@gmail.com पर भेज सकते हैं।