यूपी के प्रतापगढ़ जिले में रानीगंज विधान सभा सीट से भाजपा के विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा मतदाता सूची में व्यापक धांधली का आरोप लगा डीएम कार्यालय पर दिन में दो बजे धरने पर बैठ गए। उनको मनाने के लिए डीएम पहुंचे। मनाकर ले गए, पर इसके बाद वहां पहुंचे एसपी आाकाश ताेमर से उनकी झड़प हो गई। विधायक ने गुस्से में अपना कुर्ता फाड़ डाला व फिर से जमीन पर धरने पर बैठ गए।
अराजकतत्वों के खिलाफ डीएम ने नहीं की कार्रवाई
विधायक का आरोप है कि कुछ ऐसे लोग हैं जिनके खिलाफ गुंडा एक्ट सहित कई मुकदमे हैं, फिर भी डीएम ने चुनाव को लेकर कोई कारवाई नहीं की। उनके द्वारा ऐसे लोगों के बारे में सूचना देने के बाद भी प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया। इसके साथ ही बहुत से ऐसे लोगों का नाम मतदाता सूची में नहीं आ सका, जो पात्र मतदाता हैं। उन्होंने डीएम को ऐसे पात्रों की सूची दी थी, पर प्रशासन ने उस पर कदम नहीं उठाया। डीएम सरकार की मंशा के खिलाफ काम कर रहे हैं।
विधायक और एसपी में तीखी झड़प
विधायक के धरने पर बैठ जाने से राजनीतिक व प्रशासयनिक गलियारे में खलबली मच गई। पहले डीएम की ओर से एडीएम शत्रोहन वैश्य ने विधायक धीरज को उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने, उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं होती, वह धरने पर बैठे रहेंगे। उसी समय डीएम के साथ एसपी आकाश तोमर आ गए। उन्होंने विधायक के धरने को अनुचित करार दिया तो विधायक व एसपी में तीखी बहस होने लगी। इस दौरान दोनों में धक्कामुक्की भी हुई। विधायक ने आरोप लगाया कि एसपी ने उन पर हमला किया है। निर्वाचित जनप्रतिनिधि का अपमान किया है, धमकी दी है। इसे वह बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं। बहरहाल दिन में साढ़े तीन बजे तक डीएम उन्हें मनाने में लगे थे। डीएम के आवास के बाहर विधायक के समर्थकों व अन्य लोगों की भीड़ लग गई।
एसपी बोले
एसपी प्रतापगढ़ आकाश तोमर का कहना है कि विधायक धीरज ओझा धरने के दौरान अनुचित व्यवहार कर रहे थे। उन्हें मना किया गया तो वह मुझ पर तरह- तरह का आरोप लगाने लगे।