शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनि देव न्याय प्रिय हैं और कभी भी किसी के साथ कुछ भी अनर्थ नहीं होने देते और जो भी व्यक्ति किसी पर अत्याचार या उसे परेशान करता है तो शनि देव उस पर अपनी टेढ़ी दृष्टि रखते हैं। यह हम सब को सोचना होगा कि जब भी हमारे साथ कुछ गलत हो रहा हो तो हमने किसी के साथ गलत किया होगा ऐसी धारणा मन को पवित्र बनाती है और आत्म बोध कराती है कि कभी भी किसी के साथ गलत नहीं करना चाहिए।
अगर आज आपने किसी के साथ गलत किया है तो उसका फल भी आपको न्याय के देवता शनि देव आपको उसका फल भी देते हैं। यहां बात हो रही है कि अगर शनि की साढ़ेसाती और शनि दोष से बचना है तो वह कौन से उपाय हैं जिन्हें करेंगे और उसे करने से आपको शनि दोष से मुक्ति मिलेगी।
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए कुछ पूजा-अर्चना होती है जिसको करने से उसका फल भी मिलता है।
सनी सिगनापुर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव सनी सिगनापुर में वास करते हैं और वहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है। लोगों की आस्था शनिदेव से जुड़ी हुई है अतः शनि देव की पूजा करने से सारे विघ्न अपने आप खत्म होते रहते हैं। मान्यता के अनुसार इस साल 12 दिसंबर को कृष्ण पक्ष शनिवार के दिन शनि देव भगवान की पूजा का विशेष महत्व बन रहा है। सनी सिगनापुर शनिदेव का भव्य मंदिर बना हुआ है इस मंदिर रखे शनिदेव की प्रतिमा का आकार 5 फुट 9 इंच व एक फुट चौड़ी शनिदेव की प्रतिमा संगमरमर के चबूतरे पर विराजमान हैं। अगर किसी भी व्यक्ति पर शनि दोष हो या शनि की साढ़ेसाती हो तो शनि शिगनापुर जरूर जाएं जिससे आप पर दोष दूर हो सके।
प्रसाद क्या है
काला धागा शनि देव का पूजित धागे को गले में पहने इससे शनि दोष दूर होता है।
घोड़े की नाल U आकार की धातु में लगाकर ऑफिस या घर के मुख्य दरवाजे पर दाई ओर लगा दें इससे शनि देव की कृपा बनी रहेगी।
शनि देव के इस मंदिर में जो भी भक्त अपनी समस्याओं को लेकर आता है शनि देव भगवान उसकी सारी समस्याओं को दूर कर उसे रोगमुक्त और दोष मुक्त कर देते हैं। शनिदेव की कृपा जिस पर भी होती है वह कोई बड़ा नेता या मंत्री या कोई बड़ा अधिकारी बनने के योग्य बन जाता है अगर आपको भी शनिदेव की कृपा पानी है तो तो शनि शिंगणापुर के दर्शन शुरू करने जाए।
वंदना