दुनिया के ज्यादातर देशों में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है, लेकिन भारत में इसकी रफ्तार और प्रभाव सबसे ज्यादा है। अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है और वहां छोटी-छोटी कई लहरें आ चुकी हैं। पिछले साल नवंबर में दूसरी सबसे असरदार लहर की शुरुआत हुई और इस साल जनवरी में वहां दैनिक संक्रमितों की संख्या तीन लाख पार कर गई। दूसरे सबसे प्रभावित देश रहे ब्राजील में सर्वाधिक दैनिक मामले 97 हजार के करीब रहे। अब कुल संक्रमितों के मामले में भारत ने जहां ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है, वहीं दैनिक संक्रमितों की बात करें तो अमेरिका भी आगे निकल चुका है। देश में अप्रैल के आखिर में तो दैनिक संक्रमितों का आंकड़ा चार लाख पार कर गया था।
भारत: वल्र्डोमीटर्स के अनुसार, पिछले साल सितंबर में एक दिन में सबसे अधिक करीब 97 हजार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। फिलहाल दैनिक संक्रमितों की संख्या साढ़े तीन लाख से ज्यादा रह रही है। चार दिनों पहले तो आंकड़ा चार लाख को भी पार कर गया था। सक्रिय मामले पहली लहर में 10 लाख थे। इस बार 34 लाख पार कर गए। दैनिक मौतें भी करीब दो हजार से बढ़कर चार हजार हो गई हैं।
अमेरिका: पिछले साल जुलाई में पहली लहर आई थी। तब दैनिक मामले 80 हजार के करीब पहुंच गए थे। नवंबर में दूसरी लहर शुरू हुई जो इस साल फरवरी तक चली। जनवरी में सबसे ज्यादा 3.03 लाख दैनिक संक्रमित सामने आए थे। सक्रिय मामले 90 लाख हो गए और दैनिक मौतें पांच हजार के करीब पहुंच गईं।
ब्राजील: पिछले साल जुलाई में सबसे ज्यादा 70 हजार सक्रिय मामले आए थे और इस साल दूसरी लहर में मार्च में सबसे ज्यादा 97 हजार मामले सामने आए। सक्रिय मामले सात लाख से बढ़कर 13 लाख से भी अधिक हो गए। दैनिक मौतें औसतन डेढ़ हजार थीं जो चार हजार से भी ज्यादा हो गईं।
फ्रांस: कोरोना की पहल लहर के दौरान गत वर्ष नवंबर में 88 हजार से ज्यादा दैनिक मामले आए जो इस साल दूसरी लहर के दौरान अप्रैल में 60 हजार ही रहे। सक्रिय मामले 11 लाख से ज्यादा थे जो दूसरी बार 10 लाख रहे। पहली लहर में दैनिक मौतें डेढ़ हजार के करीब थीं, जो दूसरी बार एक हजार के करीब रहीं।
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