वैशाख अमावस्या के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन प्रदोष काल अर्थात शाम के समय दीपदान करने से कभी भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु नहीं होती। इसके साथ ही चली आ रही बीमारियों से आपको छुटकारा भी मिलता है। अगर पौराणिक मान्यताओं की बात करें तो इस दिन पिंड दान श्राद्ध और तर्पण करने से पितरों को मुक्ति और तृप्ति दोनों ही प्राप्त होती है।
वहीं दक्षिण भारत के बात करें तो पैसा की अमावस्या पर शनि जयंती भी मनाई जाती है। आज के दिन भगवान शनि की पूजा अर्चना करने से और तेल का दीपक जलाने से प्रसन्न होते हैं। आज के दिन शनि देव की पूजा आराधना करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। कुछ बातें हैं जिन पर ध्यान देने से आपकी समस्याओं का निवारण भी होता है।
आज के दिन क्या करना चाहिए
हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और उस दिन क्या कुछ करना चाहिए इस पर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। अमावस्या के दिन आप व्रत को धारण करें जिससे आपका आत्मबल संयम धैर्य और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। ऐसा करने से चली आ रही कई गंभीर बीमारियों से आपको निजात मिलता है और आप स्वस्थ होते हैं।
गंगाजल में पानी और तिल मिलाएं
पानी में गंगा जल मिलाकर और उसमें तेल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए इससे कई ग्रहों के दोष से मुक्ति मिलती है। वही आज के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे एक तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और पितरों को श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। आज के दिन जरूरतमंद लोगों को भोजन जरूर कराना चाहिए जिससे अन्नपूर्णा माता प्रसन्न होती हैं। आज के दिन अन्य और जल दान करने से यज्ञ के समान फल मिलता है।
अमावस्या के दिन उड़द की दाल खाने से बचें
वैशाख अमावस्या यानी आज के दिन उड़द की दाल नहीं खानी चाहिए। इसके साथ ही मांसाहार और नशे जैसे मादक पदार्थों का सेवन करने से बचें। यही नहीं भोग और विलासिता से भी बचना चाहिए। आज के दिन प्रयास यह होना चाहिए कि मांगलिक कार्य और सभी कार्यों की खरीदारी के लिए और नए काम की शुरुआत के लिए कोई भी अहम कदम नहीं उठाने चाहिए यानी कि आज के दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।