पाकिस्तान टीम के कोच पद को लेकर हमेशा ही विवाद होते रहे हैं। वहीं अब पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज व दिग्गज खिलाड़ी रहे वसीम अकरम ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी टीम का भला चाहते हैं पर उसका कोच नहीं बनना चाहते हैं। ऐसे में वसीम अकरम ने एक खुलासा किया है।
बता दें कि वसीम ने आईपीएल की एक टीम को खुशी से कोचिंग दी है पर वे पाकिस्तान के कोच क्यों नहीं बनना चाहते हैं। वसीम न सिर्फ एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं बल्कि पाकिस्तानी टीम के पूर्व कप्तान भी रहे हैं। ऐसे में जब कोचिंग देने की दिलचस्पी है, उसके बावजूद वसीम पाकिस्तान के कोच क्यों नहीं बन रहे।
वसीम अकरम ने पाकिस्तानी कोच न बनने की ये वजह बताई
इस बात का जवाब वसीम ने आखिरकार दे ही दिया है। उन्होंने क्रिकेट पाकिस्तान नाम की एक वेबसाइट के साथ इंटव्यू के दौरान इस सवाल के जवाब का खुलासा किया है। वसीम अकरम ने इंटरव्यू में कहा है कि पाकिस्तान को छोड़ दें तो अगर मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी टीम के साथ में जुड़ता हूं तो मुझे कम से कम टीम को 200-250 दिन उसे देने होंगे। मुझे लगता है कि मैं अपने देश पाकिस्तान और अपने परिवार से इतने ज्यादा समय तक के लिए दूर नहीं रह पाऊंगा। अगर किसी खिलाड़ी को मुझसे मदद चाहिए होती है तो वो मुझसे कांटेक्ट कर लेता है और मैं पर्सनल लेवल पर उसकी मदद कर देता हूं।
कहा मैं और कोचों की तरह बेवकूफ नहीं हूं, जानें क्यों
इंटरव्यू में आगे बात करते हुए वसीम ने कहा कि मैं बेवकूफी बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं जो अकसर पाकिस्तान के क्रिकेट कोच को लेकर देखने में आई है। मैं बेवकूफ नहीं हूं… मैं सोशल मीडिया पर देखता हूं कि किस तरह से कुछ खिलाड़ी सोशल मीडिया पर अपने कोच के बारे में कई बार अपमान जनक बातें लिखते हैं। कोच सिर्फ खिलाड़ी को सिखा सकता है और मैदान पर तो खिलाड़ी को ही उतर कर खेलना होगा। कोच खिलाड़ियों को सिर्फ प्लानिंग और खेल के गुण सिखा सकता है। वहीं टीम के हारने में उसका कोई दोष नहीं होता है। मैं दूसरे कोचों की तरह ये बेवकूफी बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं। बता दें कि वसीम पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर से भी खफा हैं। दरअसल हाल ही में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अचानक ही अलविदा कह दिया और पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की खामियां गिनाने लगे थे।
ऋषभ वर्मा