समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। मुलायम सिंह यादव ने
गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में यह डोज ली है। हालांकि इससे पहले उनके बेटे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन का विरोध किया था और उन्होंने कहा था कि वह वैक्सीन नहीं लगाएंगे। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर विरोध हुआ था और लोगों ने अपना आक्रोश जाहिर किया था।
अखिलेश यादव ने यह बात मीडिया के सामने कही थी उन्होंने कहा था कि यह टीका भाजपा वालों का है और मैं इस टीके पर विश्वास नहीं करता हूं। अखिलेश यादव के इस बयान को केशव प्रसाद मौर्य ने जो उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं उन्होंने चिकित्सकों और वैज्ञानिकों का अपमान बताते हुए अखिलेश यादव से माफी मांगने की बात कही थी। अखिलेश यादव के इस बयान ने सोशल मीडिया पर हंगामा कर दिया था।
हालांकि, अखिलेश यादव ने समय की गति को समझते हुए अपने बयान को सुधारा और कहा कि पूरे परीक्षण के बाद ही वह टीका लगाएंगे। और अब वह मुलायम सिंह यादव ने कोरोना का टीका लगवा लिया है और उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह के टीका लगवा लेने के बाद प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने टीका लगवा कर एक अच्छा संदेश दिया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने यह बात ट्विटर के माध्यम से कही है। उन्होंने कहा है कि आशा करता हूं कि सपा के कार्यकर्ता व उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने संस्थापक से प्रेरणा लेंगे।
3 महीने में 10 करोड़ डोज का लक्ष्य
सुबह के मुखिया योगी आदित्यनाथ जून, जुलाई व अगस्त 10 करोड़ प्रदेशवासियों को टीका उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ जिलों को चिन्हित करके अभियान चलाया जाएगा और 100% टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया जाएगा इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर दो शिफ़्ट टीकाकरण करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वैक्सीनेशन कार्य को अभियान के रूप में चलाया जाए और इसके साथ ही टीके की सप्लाई चैन को सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा है कि जितना वैक्सीन उपलब्ध है उतने में जल्द से जल्द डोज लगवाने का कार्य किया जाए। वैक्सीन बर्बाद ना हो इसका भी प्रशिक्षण दिया जाए इसके साथ ही कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संक्रमण मुक्त गांव मनरेगा के तहत जो कार्य कराए जा रहे हैं उनमें गति लाई जाए और एक्सप्रेस-वे के किनारों पर व्यापक स्तर पर पौधारोपण का कार्य भी किया जाए।