जिंदगी में सिर्फ सुख-दुख ही नहीं होता बल्कि हार-जीत भी इसका एक अहम हिस्सा है। कुछ ऐसे हैं जो हार कर जीतते हैं तो बहुत खुश होते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो जीत कर जीवन में हार जाते हैं, उनके लिए जिंदगी के रास्ते कठिन हो जाते हैं। आज हम ऐसे एक खिलाड़ी के बारे में बात करेंगे जिन्होंने अपनी धुआंधार गेंदबाजी के दम पर मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का विकेट लिया था। हालांकि आज वो पेट भरने के लिए घर-घर जा कर एसी तक ठीक कर रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर को किया है आउट
कुछ क्रिकेटर ऐसे भी होते हैं जिन्होंने शानदार प्रदर्शन से भले ही सबका दिल जीता हो पर उन्हें जीवन में तब भी आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है। आज हम रे प्राइस नाम के एक खिलाड़ी की बात करेंगे जिन्होंने 12 जून का अपना जन्मदिन मनाया है। वे अपनी बाॅलिंग की बेहतरीन लाइन व लेंथ के लिए जाने जाते थे। प्राइस ज़िम्बाब्वे के लिए स्पिनर के रूप में इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है । उनकी गेंदबाजी काफी आक्रामक हुआ करती थी जिसका शिकार एक बार क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी हुए हैं।
सचिन को एक ही टेस्ट में 2 बार किया है आउट
प्राइस ने अपने पूरे करियर में 22 टेस्ट मैच खेले हैं। इन टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 80 विकेट झटके हैं। वहीं खास बात ये भी है कि उन्होंने 102 वनडे मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 100 विकेट चटका दिए थे। इसके अलावा उन्होंने 16 टी20 मैचों में भी बाॅलिंग कर चुके हैं । इन टी20 मैचों में उन्होंने 13 विकेट अपने नाम किए थे। हालांकि सचिन तेंदुलकर को एक बार टेस्ट मैच में उन्होंने दो बार आउट करने का काम किया था। बता दें कि सचिन को 3 बार आउट कर चुके हैं। खास बात तो ये है कि आईपीएल में उन्होंने मुंबई इंडियंस की ओर से खेला भी है। हालांकि इतनी शोहरत और नाम कमाना उनके किसी काम का नहीं है क्योंकि पेट पालने के लिए वे एसी ठीक करते फिरते हैं।
परिवार व अपने भरण-पोषण के लिए कर रहे ये काम
साल 2013 में प्राइस ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। खास बात ये है कि संन्यास लेने के बाद प्राइस क्रिकेट खेल नहीं सकते पर पेट भरने के लिए एक दुकान पर क्रिकेट का सामान बेचते हैं। इसके अलावा खर्च चलाने के लिए वे पार्ट टाइम में घर-घर जाकर लोगों के एसी की रिपेयरिंग भी करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को पेट पालने के लिए ये सब करना पड़ रहा है। एक बार प्राइस भारत दौरे पर चिड़ियाघर घूमने गए थे। उस वक्त उन्हें हाथियों का ख्याल रखने वाले ने पहचान लिया था। बता दें कि उनका एक बेटा है और वो भी प्राइस की तरह ही स्पिनर है।
रिषभ वर्मा