बेंजामिन नेतन्याहू, जिन्हें रविवार को 12 साल के शासन के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया था, वह गलती से इजरायली संसद में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठ गए।
नेतन्याहू को बाद में याद दिलाया गया कि उन्हें निवर्तमान नेसेट स्पीकर यारिव लेविन द्वारा विपक्षी नेता की कुर्सी पर शिफ्ट होने की जरूरत है।
उनसे यह गलती तब हुई, जब इजरायल केसेट ने राष्ट्रवादी नफ्ताली बेनेट के नेतृत्व में 60-59 के वोट के साथ नेतन्याहू के लंबे शासन को समाप्त करने वाली नई गठबंधन सरकार की पुष्टि की।
दक्षिणपंथी यामिना (यूनाइटेड राइट) पार्टी के नेता बेनेट ने रविवार की रात को मध्यमार्गी नेता यायर लैपिड के साथ सत्ता-साझाकरण समझौते में नए इजरायली प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, बेंजामिन नेतन्याहू को 12 साल के बाद विपक्ष पीएम पद से हटे हैं।
बेनेट पहले दो कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करेंगे जबकि लैपिड वैकल्पिक प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के रूप में कार्य करेंगे। गठबंधन समझौते के तहत, बेनेट कार्यकाल के पहले दो वर्षों के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करेंगे और फिर लैपिड प्रीमियर का पद संभालेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेनेट को इजरायल के नए पीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी और कहा कि वह उनसे मिलने व दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए उत्सुक हैं, क्योंकि वे अगले साल राजनयिक संबंधों के अपग्रेड के 30 साल का जश्न मनाने वाले हैं।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features