चंद्रमा का घटता-बढ़ता स्वरूप जिस तरह समुद्र में ज्वार-भाटा का कारण बनता है, उसी तरह इसकी वजह से हमारा रोजना का मूड भी प्रभावित। ज्योतिष शास्त्र में ग्रह के रूप में चंद्रमा का अहम स्थान होता है। वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा मानसिक और सामाजिक जरूरतों का प्रतीक माना गया है। उच्च भाव का चंद्रमा शुभ ग्रह माना जाता है, मगर निम्न भाव का चंद्रमा अनिष्टकारी होता है।
जिस जातक की कुंडली में चंद्रमा अच्छी स्थिति में नहीं होता है, उसका मन अस्थिर हो जाता है, मानसिक शांति की कमी होती है, ध्यान भटकता है और स्वप्नदोष का भी शिकार हो जाता है। चंद्रमा हमारी कुंडली में भावनाओं और मानिसक स्थिति को दर्शाता है। इस ग्रह की स्थिति से दुनिया को देखने का हमारा नजरिया पता चलता है। यह मन, माता की छवि, मित्र, संपत्ति और संपूर्ण खुशहाली को दर्शाता है।
ग्रह के रूप में चंद्रमा की विशेषताएं
रंग : सफेद
हफ्ते का दिन : सोमवार
धातु : चांदी
स्थायी भाव : चतुर्थ स्थान
रत्न : मोती
मित्र ग्रह : सूर्य, मंगल और बृहस्पति
तटस्थ ग्रह : बुध ग्रह
शत्रु ग्रह : शुक्र, शनि, राहु और केतु
मजबूत चंद्र ग्रह के प्रभाव
कुंडली में सकारात्मक चंद्रमा वाले जातक की याद्दाश्त अच्छी होती है, सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार होता है और सब्र होता है। इसके प्रभाव से जातक अपने काम में अच्छा प्रदर्शन करने के साथ कारोबार में अच्छा मुनाफा कमाते हैं।
कमजोर या नकारात्मक चंद्रमा के प्रभाव
किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में होता है तो उसमें भावनात्मक अस्थिरता रहती है। स्वभाव में उतार-चढ़ाव, चिंता, डर, बेचैनी, आलस्य और सुस्ती रहती है।
– कमजोर चंद्रमा वाले जातक अस्थिर दिमाग वाले होते हैं और उनका मन भटकता है।
– ऐसे जातक डिप्रशन, चिड़चिड़ापन और एक से ज्यादा भय की बीमारी जैसी मानसिक परेशानियों का शिकार होते हैं। काम के प्रति भी उनमें प्रोत्साहन की कमी होती है।
– ऐसे लोगों को बचपन में मां की मृत्यु या उनके दूर रहते की वजह से माता का प्यार नहीं मिल पाता है।
– चंद्रमा कमजोर होने की वजह से दूध और दुग्ध उत्पादों से एलर्जी भी हो जाती है।
– कमजोर चंद्रमा का शिकार जातक पड़ोसियों से हमेशा परेशान रहता है।
– ऐसे लोग अपनी भावनाएं ठीक से बता नहीं पाते हैं या लोगों से छुपाते हैं, इसलिए उन्हें अक्सर गलत समझ लिया जाता है।
– कुंडली में चंद्रमा कमजोर होने की वजह से ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों में मोच, घबराहट और हॉर्मोन असंतुलन की परेशानी रहती है।
वैदिक ज्योतिष के मुताबिक चंद्रमा के लिए उपाय
किसी जातक की कुंडली में अगर चंद्रमा पाप ग्रह से पीड़ित है या शत्रु ग्रहों के प्रभाव में है, तो उसके लिए निश्चित रूप से जातक को कुछ उपाय करने चाहिए। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में बता रहे हैं जो काफी असरदार हैं
– चांदी को उपहार या दान के रूप में कभी न लें
– किसी गरीब को दूध, चावल या सफेद कपड़े का दान करें
– कमजोर चंद्रमा से छुटकारा पाने के लिए सोमवार का उपवास करना अच्छा रहेगा।
– मोती को चंद्रमा का प्रतीक बताया गया है इसलिए कमजोर चंद्रमा को ठीक करने के लिए तर्जनी उंगली में सोमवार के दिन चांदी या सोने में मोती पहनने से काफी लाभ होगा।
– मोर पंख घर में रखने से भी कमजोर चंद्रमा मजबूत होता है।
– घर में बड़ी घड़ी रखने से परहेज करना चाहिए।
– चंद्रमा का बीज मंत्र : ‘ऊं श्रम, श्रीम श्रौम चंद्राय नम:’ का नियमित पाठ करना चाहिए।
अपराजिता श्रीवास्तव