आषाढ़ मास की अमावस्या को हलहरिणी अमावस्या भी कहते हैं। हिंदू धर्म में इसका बहुत महत्व है। यह दिन किसानों के लिए भी बहुत खास होता है। इस दिन वे हल समेत खेती के सभी साजो-सामान की पूजा करते हैं। पूजा में किसान भगवान से फसल अच्छी होने का आशीर्वाद मांगते हैं। साथ ही वह ईश्वर से अन्न के भंडार भरे रहने की भी प्रार्थना करते हैं। इस दिन आम लोगों को भी अपने रोजमर्रा के जीवन में काम आने वाली चीजों को उचित आदर देना चाहिए।
हमारे धर्म शास्त्रों में इसी दिन से वर्षा ऋतु की शुरुआत मानी गई है। धरती में नमी बढ़ती और सर्दियों की फसल के लिए जमीन तैयार होती है। इसीलिए इसे हलहरिणी अमावस्या भी कहते हैं। इस साल यह तिथि 9 जुलाई, शुक्रवार को पड़ रही है। हलहरिणी अमावस्या पितरों की शांति के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है। इस दिन पितरों की शांति के लिए किए गए दान-पुण्य का बहुत महत्व है। आइए जानते हैं राशि अनुसार किन चीजों के दान से खुश होते पितृ :
मेष : इस राशि के जातकों को इस दिन अपनी क्षमता अनुसार तिल और चादर का दान करना चाहिए। इससे उनके मन की सभी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।
वृष : वृष राशि के जातकों के लिए आषाढ़ी अमावस्या के दिन कपड़ा और तिल का दान करना शुभ फल देने वाला होगा।
मिथुन : इस राशि के जातक किसी जरूरतमंद को छाता और चादर का दान करेंगे तो उन्हें पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
कर्क : कर्क राशि के जातक इस दिन पितरों की कृपा पाने के लिए वस्त्र, साबुदाना और चावल का दान करें।
सिंह : इस राशि के जातकों के लिए किसी जरूरतमंद को कंबल और चादर का दान करना अच्छा रहेगा। इससे उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होगी।
कन्या : आज के दिन इस राशि के जातकों के लिए तेल और उरद की दाल का दान करना उत्तम रहेगा।
तुला : इस राशि के जातक अपनी सामर्थ्य अनुसार रुर्इ, वस्त्र, चादर का दान कर सकते हैं। इससे पितरों का आशीष प्राप्त होगा।
वृश्चिक : वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आज के दिन खिचड़ी दान करना अच्छा रहेगा।
धनु : इस राशि के जातकों को आषाढ़ी अमावस्या के दिन चना दाल दान करनी चाहिए।
मकर : मकर राशि के जातक हलहरिणी अमावस्या पर कंबल और किताबों का दान करेंगे तो उनकी हर इच्छा पूरी होगी।
कुंभ : कुंभ राशि के जातकों के लिए कंघी, साबुन, वस्त्र और अन्न का दान करना श्रेष्ठ रहेगा।
मीन : इस राशि के जातकों को आषाढ़ी अमावस्या के दिन साबुदाना, सूती कपड़ा और चादर का दान करना चाहिए।
अपराजिता श्रीवास्तव