लखनऊ विश्वविद्यालय ने शिक्षकों और शोधार्थियों के बीच शोध को बढ़ावा देने के लिए इस साल भी बूस्ट अवार्ड योजना-2021 की शुरुआत की है। अवार्ड के लिए तीन प्रकार तय किए गए हैं। इसमें अकलेम, उद्दीपन और प्रोत्साहन नाम शामिल हैं। शिक्षक व शोधार्थी 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं।
डीन रिसर्च प्रो. मोनिशा बनर्जी ने बताया कि अकलेम के अंतर्गत फैकल्टी के वे शिक्षक आवेदन कर सकते हैं जिन्हें नेशनल या इंटरनेशनल स्तर पर शोध अवार्ड मिल चुका हो। कमेटी के चयन के बाद उन्हें पांच हजार रुपये, मेडल और प्रमाण पत्र दिया जाएगा। प्रोत्साहन अवार्ड के लिए असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर पात्र होंगे। इसमें वे सभी शिक्षक भी आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने पिछले साल नहीं किया था। चयनित शिक्षकों को पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, उद्दीपन में सिर्फ शोध छात्र आवेदन कर सकेंगे।
जुलाई 2020 से जून 2021 तक का देना होगा पेपर्स का ब्योरा: उन्हें जुलाई 2020 से जून 2021 तक प्रकाशित शोध पत्रों का ब्योरा देना होगा। साथ ही अपना आवेदन फार्म विभागाध्यक्ष से अग्रसारित करवाना होगा। उन्होंने बताया कि आवेदन researchcell.uol@gmail.com पर भेजना होगा।
तीन कमेटी करेंगी चयन: तीनों रिसर्च अवार्ड के लिए अलग-अलग कमेटी होंगी। इनमें डीन एकेडमिक, डीन रिसर्च, डायरेक्टर आइक्यूएसी और कुलपति की ओर से नामित दो सदस्य शामिल होंगे। कमेटी विजेताओं के नाम घोषित करेगी।
स्टाफ, विद्यार्थियों और अभिभावकों का शत प्रतिशत टीकाकरण कराएं विश्वविद्यालय: राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को राजभवन से केजीएमयू एवं अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने समस्त स्टाफ, छात्र-छात्राओं तथा उनके अभिभावकों का शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कराएं। संस्थान में आने वाले मरीजों के तीमारदारों का भी कैम्प लगाकर वैक्सीनेशन की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों को गोद लेने का काम करें तथा उनकी समुचित देखभाल की व्यवस्था भी करें।