उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण के दावे के दो दिन बाद ही दक्षिण कोरिया की सेना ने बुधवार को अपने पूर्वी तट से दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इससे पहले अमेरिका और दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ राजनयिकों ने उत्तर कोरिया से मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों को लेकर वार्ता की मेज पर लौटने का आह्वान किया था। उत्तर कोरिया की परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर अमेरिका से चल रही वार्ता पर 2019 से विराम लगा हुआ है।
दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारी उत्तर कोरियाई प्रक्षेपणों को लेकर विश्लेषण कर रहे हैं। वहीं, जापान के तट रक्षक ने पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों मिसाइलें जापानी विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरी हैं। तटरक्षक बल ने कहा कि किसी जहाज या विमान के क्षतिग्रस्त होने की सूचना नहीं है।
उत्तर कोरिया से कोई दुश्मनी नहीं
एशियाई सहयोगियों के साथ बैठक करने पहुंचे अमेरिकी राजदूत ने मंगलवार को यह कहा कि उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिका दुश्मनी नहीं रखता है। अमेरिका को उम्मीद है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम पर बातचीत की पेशकश के बारे में सकारात्मक उत्तर देगा। उत्तर कोरिया के साथ उसकी परमाणु महत्वाकांक्षा को लेकर गतिरोध समाप्त करने पर मंगलवार को अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के शीर्ष अधिकारियों के बीच बैठक हुई।
सैन्य टकराव का बढ़ा खतरा
बता दें कि उत्तर कोरिया ने छह परमाणु परीक्षण किए हैं और अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम अंतरमहादेशीय बैलिस्टिक मिसाइल विकसित कर ली है। इससे सैन्य टकराव और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाए जाने का खतरा बढ़ गया है। उत्तर कोरिया का कहना है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया का सामना करने के लिए उसे परमाणु हथियारों की जरूरत है।
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