घर आंगन में तुलसी का होना बहुत जरूरी है। हिंदू धर्म में इस दिव्य पौधे की असंख्य खूबियां बताई गई हैं। यह औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ काफी शुभ भी होता है। इसके लगाने से घर में जहां सकारात्मक ऊर्जा का बहाव बना रहता है वहीं कई तरह के कष्टों से भी मुक्ति मिलती है। सुबह-सुबह तुलसी के दर्शन करने से ही मन हर्षित हो जाता है। तुलसी का पौधा हमेशा घर में शांति और समृद्धि को बढ़ाने वाला होता है। यह आपके संकट को कम करती हैं और पीड़ा को दूर करती हैं। इसके लगाने से घर में हमेशा खुशियां आती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि घर में तुलसी का पौधा लगाने के साथ ही कुछ सावधानी भी बरतनी चाहिए। किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए आइए आपको बताते हैं।.
रखें ध्यान
तुलसी का पौधा अगर घर में लगाते हैं तो उसमें जल चढ़ाएं और शाम को दीपक जलाएं। तुलसी के पौधे को रोजाना पूजा करना चाहिए और धूप देना चाहिए।
रविवार, अमावस्या, एकादशी के दिन भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए। इस दिन जल चढ़ाने की भी मनाही है। बताते हैं कि तुलसी जी विष्णु जी का व्रत करती हैं जिससे उनका व्रत टूटने का डर बना रहता है।
शाम में तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना
तुलसी के पौधे की आयु दो से चार साल की होती है। पौधा सूखने पर उसे नदी में बहा देना चाहिए। सूखा पौधे से नकारात्मकता आती है।
तुलसी के पत्तों को विष्णु, कृष्ण और हनुमान की पूजा में जरूर चढ़ाएं और भगवान खुश होते हैं।
कहा जाता है कि तुलसी के पत्तों को नाखून से नहीं तोड़ना चाहिए। इसे उंगलियों से हल्के से तोड़ना चाहिए।
ग्रहण लगने से पहले तुलसी के पत्तों को पहले ही तोड़ लें और उसके अपने खाने और पानी के ऊपर रखें।
तुलसी का पौधा जहां भी लगाएं वह साफ सुधरी जगह होनी चाहिए। गंदगी में तुलसी का पौधा लगाना शुभ नहीं माना जाता है।
तुलसी विवाह के दिन तुलसी की पूजा और उनका श्रंगार जरूरी होता। उस दिन उनको सोलह श्रंगार का सामान चढ़ाना चाहिए।
GB Singh