जैसे शेयर बाजार में कंपनियों के शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं ठीक उसी तरह की सोने की खरीद बिक्री के लिए अब गोल्ड एक्सचेंज बनाया जाएगा। सेबी की ओर से एक दिन पहले हुई बैठक में इसे मंजूरी दी गई है। अब शेयरों की तरह सोने को भी कोई भी आसानी से खरीद और बेंच सकता है। यह बिल्कुल अन्य स्टॉक की तरह ही काम करता है। सोने की खरीद और बिक्री के लिए लोग आर्डर भी डाल सकेंगे और इस पर मुनाफा भी कमा सकेंगे। खरीदने वाले को गोल्ड की डिलीवरी की जाती है और शेयर बाजार में शेयर खरीदने के बाद डीमैट खाते में दो दिन का समय लगता है उसी तरह गोल्ड को खरीदार तक पहुंचने में दो दिन का समय लगेगा। हालांकि इसमें यह भी विकल्प दिया जा सकता है कि निवेशक भौतिक रूप से सोना न लें और उसे मुनाफे पर खरीदे और बेंचे। क्या है यह गोल्ड एक्सचेंज, आइए जानते हैं।
इसका नाम क्या होगा
गोल्ड एक्सचेंज का नाम भी तय किया जाना है। जैसे शेयर बाजार में टेÑडिंग करते हैं वैसे ही गोल्ड की टेÑडिंग के लिए एक्सचेंज का नाम होना चाहिए। जैसे बांबे स्टाक एक्सचेंज और नेशनल स्टाक एक्सचेंज कंपनी के शेयरों की खरीद बिक्री कराते हैं। इससे सोने की डिलीवरी भी होगी और लोग सोने को खरीद कर बाजार में तुरंत निवेश भी कर सकते हैं। सेबी की बैठक मंगलवार को हुई थी और उन्होंने इसका प्रस्ताव तैयार करके इसे मंजूरी दी है। गोल्ड एक्सचेंज का नाम इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीप्ट होगा।
गोल्ड एक्सचेंज के बारे में जाने
गोल्ड एक्सचेंज स्टाक एक्सचेंज की तरह ही होता है। जैसा की पहले बता चुके हैं कि कंपनी के शेयर खरीदने व बेचने के लिए बीएसई और एनएसई है वैसे ही गोल्ड खरीदने के लिए एक्सचेंच होगा जो इलेक्ट्रानिक गोल्ड रिसीप्ट के नाम से तय किया गया है। इसमें सोना खरीदने और बेचने के लिए आर्डर देंगे। खरीदने वालों को डिलीवरी होगी और उसे डिमैट खाते में शिफ्ट किया जाएगा। अगर लोग न चाहें तो वे इसे न लेकर सीधे बेंच भी सकते हैं। मौजूदा समय में चीन के शंघाई में, हांगकांग में, लंदन में, न्यूयार्क में गोल्ड एक्सचेंज है। यहां सोने का कारोबार बड़ा है। लोग खरीदकर पहनते कम हैं लेकिन उसका इस्तेमाल निवेश के लिए करते हैं। भारत सोने के मामले में सबसे ज्यादा खरीददार और आयातक है। यह दुनिया में दूसरे नंबर पर है। यहां सोने का एक दाम रहेगा और असली दाम का पता चलेगा।
GB Singh