वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (joe Biden) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि उनका देश चीन से ताइवान की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. बता दें कि ताइवान अपने आप को अलग राष्ट्र मानता है, जबकि चीन हमेशा से उसे अपने ही एक स्वायत्त हिस्से के रूप में मान्यता देता रहा है. 
अमेरिका कम से कम एक साल से गुप्त रूप से ताइवान में सैन्य प्रशिक्षकों की एक छोटी टुकड़ी के साथ उसके सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण दे रहा है. एक हालिया मीडिया रिपोर्ट में इस संबंध में दावा किया गया है. चीन के साथ प्रतिद्वंद्विता के मद्देनजर अमेरिका का यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है. हाल में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया था कि तक़रीबन दो दर्जन अमेरिकी विशेष बल के सैनिक और नौसैनिक (जिनकी संख्या का खुलासा नहीं किया गया) अब ताइवानी बलों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. प्रशिक्षकों को पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा ताइवान भेजा गया था, मगर उनकी मौजूदगी की सूचना अब तक नहीं दी गई थी.
ताइवान ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि चीन कई दिनों तक बीजिंग के युद्धक विमानों की घुसपैठ के बाद इस द्वीप पर कब्जा कर लेता है तो इसके ‘क्षेत्रीय शांति के लिए हानिकारक परिणाम’ होंगे. ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने साफ़ किया है कि अपने देश को बचाने के लिए के लिए जो भी करना पड़ेगा, उसे करने से ताइवान नहीं चूकेगा.
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