क्यों किया गया है ऐसा
जानकारी के मुताबिक, यात्री की सेवाओं को दुरुस्त करने और उसको सामान्य करने के लिए यह काम किया जा रहा है। अभी तक कोरोना की वजह से कई रेलगाड़ी नहीं चल रही थीं, जबकि कई रेलगाड़ी को विशेष बनाकर चलाया जा रहा था। ऐसे में अब फिर से सभी रेलगाड़ी को चलाने का फैसला लिया गया है। ऐसे में किसी प्रकार की सेवाओं में बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए आरक्षण प्रणाली को मजबूत किया जा रहा है। क्योंकि सभी रेलगाड़ी सामान्य तरीके से चलने पर आनलाइन आरक्षण प्रणाली पर बोझ पड़ेगा। इसलिए सात दिनों तक छह घंटों के लिए सेवाएं प्रभावित रहेंगी। रेल यात्रियों को सुविधा में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसके लिए यह कार्य किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि रात साढ़े 11 बजे से सुबह साढ़े पांच बजे तक टिकट संबंधी सेवाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा। इससे आने वाले दिनों में जब सभी रेलगाड़ी सामान्य तरीके से चलेंगी तो यात्रियों को दिक्कत नहीं होगी।
ये सेवाएं रहेंगी प्रभावित
जानकारी के मुताबिक, पीआरएस सेवाओं को छोड़ दें तो अन्य दूसरी पूछताछ करने की सेवाएं जारी रहेंगी। इनमें किसी तरह की बाधा नहीं होगी। लेकिन तय समय तक टिकट बुक कराना मुश्किल होगा। मंत्रालय के अनुसार, सुधार का यह काम 14 और 15 नवंबर के रात 12 बजे से शुरू होगा। इसके बाद 20 और 21 नवंबर की रात को साढ़े 11 बजे से लेकर सुबह के साढ़े पांच बजे तक प्रक्रिया प्रभावित रहेगी। इन छह घंटों में टिकट आरक्षण, वर्तमान बुकिंग, टिकट रद्द करना, पूछताछ सेवा नहीं मिलेगी। पीआरएस को छोड़कर अन्य पूछताछ सेवा चलती रहेंगी।
GB Singh
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