चक्रवात जवाद के चलते NDRF ने 50 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला

विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश में चक्रवात जवाद की खबर को ध्यान में रखते हुए 3 जिलों में NDRF की 11 टीमें, SDRF की 5 टीमें, कोस्‍ट गार्ड की 6 टीमें और मरीन पुलिस की 10 टीमें तैनात की जा चुकी है. 54,008 लोगों को विशाखापट्टनम, विजियानाग्राम और श्रीकाकुलम से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है.

ओडिशा के भुवनेश्वर, कटक शहरों के लिए मौसम मंत्रालय ने ऑरेंज अलर्ट घोषित कर दिया है. जिसका मतलब है कि इन शहरों में भारी वर्षा होने वाली है. साथ ही यहां 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे से तेज हवाएं भी चलेंगी. ओडिशा में चक्रवात जवाद अभी D7 यानी डेंजर की श्रेणी में आ चुके है. हालांकि साइक्लोन का प्रभाव की श्रेणी इससे भी ऊपर जाती है. अगली श्रेणी ग्रेट डेंजर यानी GD8, GD9, या GD10 तक होती है. चक्रवात अभी उस श्रेणी में नहीं है.

ओडिशा के पुरी के तटीय क्षेत्रों से अब तक 700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिसमें 14 गर्भवती महिलाएं हैं. तटीय क्षत्रों में साइक्लोनिक असर के चलते देर रात से वर्षा हो रही है. साइक्लोन जवाद के खतरे को देखते ओडिशा में सभी स्कूल को बंद रखा गया है. सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मियों कि छुट्टियां भी रद्द की जा चुकी है.ओडिशा में चक्रवात जवाद का  प्रभाव तटीय क्षेत्रों में अधिक देखने को मिल सकता है लिहाजा गोपालपुर, पुरी, पारादीप, धमारा पोर्ट हाईअलर्ट पर है. साइक्लोनिक असर से समुद्र में जबरदस्त तेज लहरें होने वाली है. ये बंदरगाह को भी हानि पहुंचा सकती हैं.

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