लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को देखते हुए नेताओं का पाला बदलना जारी है। अब कांग्रेस को अपना समर्थन देने का ऐलान करने वाले विवादित मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान ने भाजपा का दामण थाम लिया है। भाजपा में शामिल होने के बाद निदा खान ने कहा कि यही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसके राज में मुस्लिम महिलाएँ सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि तीन तलाक मुद्दा ही वो टर्निंग प्वॉइंट था, जिससे वे प्रभावित हुई थीं। उन्होंने कहा कि इस कानून की वजह से मुस्लिम महिलाएँ सुरक्षित हुई हैं और राज्य की योगी आदित्यनाथ ने कई सराहनीय काम किए हैं। भाजपा से मुस्लिमों को कोई समस्या नहीं है।
मीडिया से बात करते हुए निदा खान ने कहा कि कांग्रेस ने ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ का नारा दिया है, मगर वहाँ महिलाओं का सम्मान नहीं है। अपने ससुर तौकरी रजा को लेकर उन्होंने कहा कि वे कुछ समय पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं, मगर खुद निदा शुरू से ही भाजपा की सपोर्टर रही हैं। निदा खान ने तौकीर रजा को कटघरे में खड़े करते हुए कहा था कि जिसने अपने ही खानदान की बहू का सम्मान नहीं किया, वो कांग्रेस के ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ अभियान का समर्थन करने का केवल दिखावा कर रहे हैं। निदा ने कहा था कि पढ़ने की वजह से उन्हें एग्जाम सेंटर से उठवा लिया गया, उनके साथ मारपीट की गई और तीन तलाक देने की भी धमकी दी गई। उनसे तौकीर रजा ने कहा था कि ज्यादा बोलोगी तो फतवा निकलवा दिया जाएगा। निदा कहा था कि तौकीर मियाँ सात वर्षों बाद भी अपनी बहू के साथ न्याय नहीं कर पाए, तो वो दूसरों के साथ क्या इन्साफ करेंगे।
उत्तर प्रदेश की बहन बेटियाँ भाजपा सरकार में ही सुरक्षित हैं।
बरेली के आला हज़रत खानदान के मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान प्रदेश अध्यक्ष श्री @swatantrabjp की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुईं। pic.twitter.com/eW0EJQE16R
— Prashant Umrao (@ippatel) January 30, 2022
बता दें कि आला हजरत खानदान के मौलाना उस्मान रजा खाँ उर्फ अंजुम मियाँ के बेटे शीरान रजा खाँ का निकाह 2015 में निदा खान के साथ हुआ था, मगर साल भर पहले ही दोनों का तलाक हो गया। मौलाना उस्मान IMC मुखिया मौलाना तौकीर रजा खाँ के बड़े भाई हैं। तीन तलाक को लेकर निदा खान ने लंबी कानूनी जंग लड़ी और उनका मामला अभी भी अदालत में लंबित है। बता देें कि तौकीर रजा खाँ पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उन्होंने बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों को शहीद करार दिया था। यही नहीं, एक टीवी न्यूज एंकर को मुँह तोड़ने की भी धमकी दी थी।