सियोल, भारत समेत दुनिया के ज्यादातर देश 5G सर्विस का लंबे वक्त से इंतजार कर रहे हैं। भारत में इस साल के आखिरी तक 5G सर्विस के पूरी तरह से रोलआउट होने की संभावना है। लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे देश भी हैं, जहां 6G सर्विस पर काम किया जा रहा है। इसमें से एक मुल्क है साउथ कोरिया. जहां 5G की शुरुआत हो चुकी है। बता दें कि आज से करीब 3 साल पहले अप्रैल 2019 में साउथ कोरिया में 5G सर्विस कॉमर्शियल तौर पर उपलब्ध हो गयी थी। कॉमर्शियल इस्तेमाल का मतलब है कि इसे केवल शो-पीस के तौर पर कुछ चुनिंदा क्षेत्रों तक सीमित नहीं रखा गया था। साउथ कोरिया कॉमर्शियली 5G सर्विस वाला दुनिया का पहला देश बना था। इसी के तुरंत बाद साउथ कोरिया ने 6G सर्विस की तरफ कदम बढ़ा दिया था।

2028-30 तक कॉमर्शियली मौजूद होगा 6G
साउथ कोरियाई साइंस और आईसीटी (ICT) मिनिस्टर लिम हे-सूक ने मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC 2022) में कहा कि 2028 से 2030 तक 6जी सर्विस कॉमर्शियल तौर पर साउथ कोरिया में उपलब्ध हो जाएगी। मतलब साल 2028-30 से पहले परीक्षण, मंजूरी और लॉन्चिंग हो चुकी होगी। लिम ने कहा कि दक्षिण कोरिया ने 5G के कवरेज और हाई स्पीड नेटवर्क के जरिए नई डिजिटल तकनीक को रफ्तार देने का काम किया है। इसमें ब्लॉकचैन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड जैसी टेक्नोलॉजी शामिल हैं।
5G के मुकाबले 50 गुना फास्ट होगी 6G
मंत्री की मानें, तो 6G सर्विस मौजूदा 5G सर्विस के मुकाबले 50 गुना फास्ट होगी। मतलब अगर आज 5G की स्पीड 1Gbps है, तो 6G की स्पीड 50Gbps होगी। साथ ही 6G नेटवर्क का कवरजे करीब 10 किमी तक होगा। मंत्री ने बताया कि उन्होंने 6G के लिए अमेरिका, फिनलैंड और इंडोनेशिया जैसे देशों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की है, जिससे 5G, 6G और मेटावर्स में साझेदारी की जा सके।
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