भारत के तीन पड़ोसी देश इस समय राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे हैं। वहां की राजनीतिक और आर्थिक हालत भी काफी खराब है। इसको ऐसे भी समझा जा सकता है कि इन देशों में महंगाई अपने चरम पर है और आर्थिक प्रगति की पटरी से उतरे ये देश बदहाली की कगार पर पहुंच चुके हैं। पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार की गिनती ऐसे ही देशों में की जा रही है। इन तीनों में एक चीज बड़ी आम है। ये तीनों ही देश राजनीतिक अस्थिरता के चलते बदहाली के कगार पर हैं। भारत में एक अमेरिकी डालर की कीमत मौजूदा समय में 75.82 रुपये है।
डालर के मुकाबले कमजोर इन देशों की मुद्रा
बांग्लादेश में एक अमेरिकी डालर की कीमत 86.48 टका (बांग्लादेशी मुद्रा) है। जनवरी 2018 में ये 81 टका का था। वहीं नेपाल में इसकी कीमत बढ़कर 121.87 रुपये है। पाकिस्तान में इसकी कीमत बढ़कर 189.38 हो जाती है। श्रीलंका में एक डालर की कीमत 315.93 रुपये है। म्यांमार में एक डालर की कीमत 1856.98 क्यात (म्यांमार मुद्रा) है। चीन में एक डालर की कीमत 6.36 युआन है।
भारत की मजबूती उसकी नीति
भारतीय रुपये की बात करें तो चीन में भारत का एक रुपया वहां के .084 युआन के बराबर है। वहीं नेपाल में भारतीय रुपये की कीमत 1.61 रुपया है। पाकिस्तान में भारत का एक रुपया वहां के ढाई रुपये के बराबर है। श्रीलंका में भारत के एक रुपये की वैल्यू 4.16 रुपया है। म्यांमार की मुद्रा क्यात में भारत के एक रुपये की कीमत 24.46 क्यात है। रूस में भारत का एक रुपया वहां के 1.05 रूबल के बराबर है और यहां पर एक डालर की कीमत 79.34 रूबल है। बता दें कि डालर का किसी भी देश में कमजोर होना या फिर वहां की मुद्रा के सामने मजबूत होना उस देश की अर्थव्यवस्था की जानकारी देता है।
श्रीलंका, पाकिस्तान और म्यांमार में परेशानी का दौर
मौजूदा समय में पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में खाने-पीने की चीजों से लेकर जरूरी दवाओं तक की कीमत बढ़ रही है। श्रीलंका में तो जरूरी दवाओं की कमी हो रही है। इन देशों में पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। लोग सरकार और उसकी गलत नीतियों का लगातार विरोध कर रहे हैं। म्यांमार में जहां पहले ही लोकतांत्रिक सरकार को हटाकर सैन्य शासन लागू है वहीं श्रीलंका में चुनी गई सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर हैं। पाकिस्तान का हाल किसी से छिपा नहीं रहा है।