अक्षय तृतीया कई मायनों में खास मानी जाती है। इस दिन न केवल धार्मिक कार्यों को करने के लिए विशेष दिन और समय देखना पड़ता है बल्कि हर तरह के शुभ कार्यों को इस दिन शुरू किया जा सकता है। हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। ज्योतिषशास्त्र की मानें तो अक्षय तृतीया पर शुभ विवाह के लिए विशेष दिन होता ही है लेकिन साथ में यह वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने में भी काफी सहायक है। आइए जानते हैं।
कैसे मनाएं अक्षय तृतीया
अक्षय तृतीया तीन मई को मनाया जाएगा। इस खास दिन पर आप गृह प्रवेश के साथ ही अपना कोई व्यापार शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा खरीदारी और अन्य मांगलिक कार्यों को करने के लिए यह खास दिन होता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें। यह दिन वैवाहिक जीवन के लिए भी कुछ उपाय करने का है।
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करें उपाय
अक्षय तृतीया पर सुबह स्नान करें और साफ करड़े पहनकर भगवान भोलेनाथ और पार्वती की पूजा करें। इस दिन शिव परिवार की पूजा करना काफी अच्छा माना जाता है और वैवाहिक जीवन सुखी होता है। भगवान को फूल की माला पहनाएं और यह ध्यान रखें कि पार्वती और शिव को एक ही माला पहनाएं। गौरी को सिंदूर लगाएं और 108 बार ओम गौरीशंकराय नम का जाप भी करें। चढ़ाया हुआ सिंदूर अपने पास रखें। अक्षय तृतीया के तीसरे दिन भी माता लक्ष्मी की प्रतिमा पर गुलाबी फूल और स्फटिक की माला को गंगा से धोकर चढ़ाएं। इसके बाद 108 बार मंत्र का जाप करें। इस माला को आप पहनें। लेकिन रात में सोने से पहले माला को गले से उतार दें और अगले दिन नहाकर पहनें।
GB Singh