राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द अपनी पत्नी सविता कोविन्द के साथ जमैका और सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडाइंस की सात दिवसीय यात्रा के लिए आज रवाना हो गए हैं। राष्ट्रपति 15 से 21 मई तक इन दोनों देशों के दौरे पर हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति कोविंद भारत के ऐसे पहले राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं जो इन देशों की यात्रा कर रहे हैं। राष्ट्रपति जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी यहां संबोधित करेंगे। बता दें कि विदेश मंत्रालय ने इस दौरे की जानकारी पहले ही दे दी थी।
जमैका और सेंट विंसेंट एंड ग्रेनेडाइन्स (एसवीजी) की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविन्द दोनों देशों के नवोदित क्रिकेटरों से मिलेंगे और उन्हें क्रिकेट किट भी भेंट करेंगे। वहीं राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और सांसद सतीश कुमार गौतम और रमा देवी भी होंगी।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने राष्ट्रपति की इस यात्रा से पहले कहा कि भारत के राष्ट्राध्यक्ष की यह यात्रा कैरेबियाई क्षेत्र के देशों के साथ भारत के उच्च-स्तरीय जुड़ाव की निरंतरता को दर्शाती है और छोटे विकासशील द्वीपीय देशों के साथ काम करने की प्रतिबद्धता पर जोर देती है।
दोनों देशों में हो सकते कई समझौते
राष्ट्रपति कोविंद द्वीप देश में महत्वपूर्ण भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे और दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की भी उम्मीद है। इस वर्ष जमैका में भारतीयों के आगमन की 176वीं वर्षगांठ है। जमैका में 70,000 भारतीय प्रवासी रहते हैं। राष्ट्रपति कोविंद 18-21 मई तक सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस का दौरा करेंगे और गवर्नर-जनरल सुसान डौगन और पीएम राल्फ गोंजाल्विस के साथ बैठक करेंगे।
यात्रा का ऐतिहासिक महत्व
जमैका की इस यात्रा का ऐतिहासिक महत्व भी है क्योंकि यह दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण समय के दौरान हो रही है। इसी वर्ष भारत और जमैका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वीं वर्षगांठ है। अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति, जमैका के गवर्नर जनरल सर पैट्रिक एलन और प्रधानमंत्री एंड्रयू होल्नेस के साथ वार्ता भी करेंगे। गवर्नर जनरल और उनकी पत्नी राष्ट्रपति और सविता कोविंद के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे ।