उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव (एमएलसी चुनाव) को लेकर बड़ी खबर आई है। समाजवादी पार्टी (एसपी) से स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम तय हो गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सात जून को नामांकन कर सकते हैं। छह जुलाई को यूपी विधान परिषद के 13 सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है, जिसके लिए 20 जून को चुनाव होना है।
समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य और सोबरन सिंह यादव के नाम पर मुहर लगा दी है। शेष दो नाम तय करने में पार्टी को सबसे ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। सपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी एक सीट लेने के लिए दबाव बना रही है। कुछ और नेताओं से भी पार्टी वादा कर चुकी है। ऐसे में दो सीटों के प्रत्याशियों पर सबसे ज्यादा खींचतान हो रही है।
विधान परिषद की 13 सीटें छह जुलाई को रिक्त हो रही हैं। इनमें छह सीटें सपा, भाजपा और बसपा तीन-तीन और कांग्रेस की एक सीट शामिल है। एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन पत्र नौ जून तक भरे जाएंगे। नामांकन पत्रों की जांच 10 जून को होगी। नाम वापस 13 जून तक लिए जा सकते हैं।
यदि आवश्यकता पड़ तो 20 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। इसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना होगी। एमएलसी की एक सीट के लिए 29 विधायकों के मतों की जरूरत है। विधायकों की संख्या के अनुसार भाजपा गठबंधन नौ और सपा गठबंधन चार सीटों पर जीत दर्ज कर लेगी।
सपा इन्हीं चार सीटों के लिए प्रत्याशियों के चयन पर मंथन कर रही है। सूत्रों के अनुसार सपा में विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार 1.0 में मंत्री पद छोड़कर साइकिल की सवारी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए करहल विधान सभा सीट छोड़ने वाले सोबरन सिंह यादव के नाम तय हो गए हैं।
इसके अलावा एमएलसी बलराम यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह, डा. राजपाल कश्यप के नाम पर भी विचार चल रहा है। सहारनपुर के पूर्व विधायक इमरान मसूद से भी पार्टी का पुराना वादा है इसलिए उनके नाम भी चर्चा में है। एक-दो दिनों में सपा प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने डा. धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान समेत कई मंत्रियों और विधायकों के साथ सपा में शामिल हो गए थे। अखिलेश यादव उनको कुशीनगर की फाजिलनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया था। हालांकि उनको भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह कुशवाहा ने हरा दिया था। स्वामी को 26 हजार वोटों से हार मिली थी।