नई दिल्ली। मोबाइल फोन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नही है आज के दौर में यह हर किसी के लिए आवश्यक बन चुका है। लोग मोबाइल फोन पर इतना डिपेन्डेन्ट हो चुके हैं कि इसके बिना रह पाना काफी मुश्किल हो गया है। लेकिन कहते है न कि किसी भी अविष्कारी चीज में कोई न कोई खामी जरूर होती है। इसी तरह क्या आप जानते है कि जिस मोबाइल फोन पर आप दिनभर लगे रहते है उस फोन से निकलने वाली हानिकारक किरणें ब्रेन को तो प्रभावित करती ही है साथ ही आपके ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा देती है। कई शोध से ये बात सामने आयी है कि ज्यादा मोबाइल फोन का यूज करने से आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। यहां जाने ऐसे में आप को क्या करना चाहिए।
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ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह मोबाइल फोन कैसे, जानें
इन दिनों लोग मोबाइल फोन से इस तरह से कनेक्ट हो चुके है कि हर महत्वपूर्ण डेटा को वे अपने मोबाइल फ़ोन में सेव करके रखते है और खोने के बारे में सोचने के डर से ही उनका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। अगर फ़ोन कि बैटरी खत्म होने वाली हो और जरुरी फ़ोन करना हो तो ये सोच कर ही ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इस समस्या से बचने के लिए अपने फोन की जगह तय करें और उसे हमेशा वहीं पर रखें ताकी आपको वह आसानी से वहीं मिल जाये। डरने की बजाय फोन पर कॉल करें, यकीनन यह आपको मिल जायेगा। हमेशा अपने सारे डेटा का बैकअप रखें, ताकी फोन के गलत जगह पर होने पर भी आपका डेटा खोये नहीं।
ना केवल टेलीफोनिक बातचीत से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, बल्कि आजकल बात करने के लिए लोग स्मार्ट फोन और व्हाट्स-अप, फेसबुक मैसेंजर आदि जैसे ऐप का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। शाब्दिक बातचीत यानी टेक्स्ट करना भी तनावपूर्ण होता है और आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा देती हैं। हालांकि टेक्स्टिंग का प्रभाव टेलीफोनिक बातचीत की तुलना में कम होता है। लेकिन शाब्दिक (टेक्स्ट करने वाली) बातचीत अक्सर भ्रामक होती है, और बहुत बार वास्तविक अर्थ की सही तरीके से व्याख्या नहीं हो पाती हैं। इसलिए जितना संभव हो फेस टू फेस बातचीत करने की कोशिश करें।