मंदसौर, पति पत्नी के बिच लड़ाई झगड़े की बाते आये दिन सामने आती है, लेकिन मंदसौर जिले के पिपलिया कराड़िया गांव में से पति द्वारा पत्नी को पीड़ित करना और उसे भयानक सजा देने का मामला सामने आया है,आपको बता दे की महिला का पति उसे कुछ इस कदर प्रताड़ित करता था की लगभग दस सालो से उसे एक छोटे से कमरे में कैद करके रखा हुआ था और इतना ही नहीं कमरे की हालत ऐसी की कमरे में न लाइट, न पंखा।
गांव वालो के बताने के बाद जब मामला पुलिस की जानकारी में आया तो महिला पुलिस ने कमरे की कुंड़ी खोली और दर्दनाक मंजर से रूबरू हो गए। कमरे में एक महिला मिली जो किसी कोने में मरीजों की तरह दबी पड़ी थी, कमरे में बदबू इतनी कि दम घुट जाए। बताया जा रहा है की पति ने उसे मानसिक बीमार बताकर 4 साल से इस कमरे में कैद कर रखा था। पति खाना भी एक दिन छोड़कर देता था। और इतना ही नहीं कमरे में ही एक गड्ढा खोद रखा था, जिसमें वह टॉयलेट करती थी। पुलिस की मदद से महिला बाहर आई। महिला की काउंसिलिंग की गई तो उसने पूरी घटना बताई
विक्षिप्त आश्रय गृह की संचालिका अनामिका जैन ने बताया कि गांववालों का फोन आया था कि यहां एक महिला को चार साल से कमरे में बंद कर रखा गया है। महिला ने ऐसी बात बताई जो काफी डरावनी थी। महिला की काउंसलिंग मनोचिकित्सक से कराई गई। पति पर मामला दर्ज हो गया है।
आपको बता दे की महिला को ससुरालवालों ने विक्षिप्त बताकर उसे कमरे में बंद कर रखा के था। बंधक बनाने की जानकारी विक्षिप्त आश्रय गृह पहुंची। तब जाकर पूरा मामला सामने आया जिसके बाद महिला पुलिस की मदद से मुक्त हो पाई। चार साल बाद जब मंगलवार को रतलाम जिले के ताल क्षेत्र के खारवा गांव से महिला के पिता और भाई उसे लेने मंदसौर पहुंचे। यह पूरा मंजर देखकर पिता और भाई फूट-फूट कर रोने लगे।