क्रिकेट जगत से इन दिनों कई सारी खबरें सामने आ रही हैं। एक खबर और सामने आ रही है कि श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने अपने ही एक खिलाड़ी पर 43 करोड़ रुपये का हर्जाना लगाया है। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि श्रीलंका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अर्जुन रणतुंगा हैं। ये खिलाड़ी इन दिनों काफी मुसीबत का सामना कर रहा है। एसएलसी यानी की श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने ये हर्जाना एक इंटरव्यू में उनके झूठ बोलने पर लगाया है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है।
ये है पूरा मामला
श्रीलंका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अर्जुन रणतुंगा पर झूठ बोलने के मामले में 43 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है। उन्होंने इंटरव्यू में झूठ तो बोला ही, साथ ही अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया। इसके साथ ही कुछ बातों को इन्होंने तोड़–मरोड़ कर पेश किया है। बोर्ड ने इस वजह से उन पर जुर्माना लगाया है। बोर्ड की बैठक में पूर्व कप्तान को आफ डिमांड लेटर भेजा गया है। श्रीलंका ने पहली बार साल 1996 में वर्ल्ड कप जीता था। बता दें कि वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में श्रीलंकाई टीम ने आस्ट्रेलिया को हराया है। बता दें कि टीम की कप्तानी उस वक्त अर्जुन रणतुंगा ही कर रहे थे।
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श्रीलंका में होने वाले टी20 मैच शिफ्ट हुए
श्रीलंका टीम की ओर एक बयान भी जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि उन्होंने दुर्भावना के इरादे से ये सारी बातें कही हैं। दरअसल उन्होंने श्रीलंका की क्रिकेट टीम की कार्यकारीणी समिति पर झूठ बोल पर आरोप लगा दिए थे। यही वजह रही कि श्रीलंका बोर्ड ने रणतुंगा को लेटर भेजकर 43 करोड़ रुपये की डिमांड कर दी है। हालांकि इस पूरे मामले पर अब तक रणतुंगा की कोई टिप्पणी सामने नहीं आ रही है। श्रीलंका इन दिनों इकोनाॅमिक क्राइसिस से गुजर रहा है। इमरजेंसी के इस हालात में रणतुंगा पर भी अब गाझ गिर गई है। बता दें कि वहां के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इसी वजह से हटाना पड़ गया। यही वजह रही कि एशिया कप टी20 मैच जो पहले श्रीलंका में होने वाले थे, वो यूएई में शिफ्ट कर दिए गए।
ऋषभ वर्मा