देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर का आज अपराह्न कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। अपोलो ग्लेनईगल्स अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. पार्थो भट्टाचार्य ने बताया कि न्यायमूर्ति कबीर का अस्पताल में दोपहर बाद निधन हो गया। न्यायमूर्ति कबीर लंबे समय से बीमार थे। उनका 2007 में गुर्दे का प्रत्यारोपण किया गया था और वह गुर्दे संबंधी एवं कई अन्य बीमारियों से जूझ रहे थे। वह 68 वर्ष के थे। अस्पताल की प्रवक्ता अंजलि सिन्हा ने बताया कि न्यायमूर्ति कबीर ने 2-52 पर अंतिम सांस ली!
उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति कबीर के निधन के समय परिजन और मित्र उनके साथ मौजूद थे। उनका पिछले दो वर्ष से इसी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें गत आठ फरवरी को ठंड के साथ बुखार, कमजोरी और अन्य शिकायतों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यायमूर्ति कबीर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, पूर्व मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर के निधन पर शोक। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और सहकर्मियों के साथ है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अल्तमस कबीर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
सोनिया गांधी ने न्यायमूर्ति कबीर को एक महान न्यायविद् बताया है और कहा कि कानून तथा न्याय के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। भारतीय न्याय प्रणाली में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनका न्याय तथा संविधान के प्रति समर्पण असाधारण था।