मुंबई में बीएमसी चुनाव संपन्न होने के बाद राजनीति में काफी हलचल पैदा हो गयी है. कारण है कि चुनाव में शिवसेना और बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है. शिवसेना चाहती है कि मेयर पद पर शिवसेना का कब्ज़ा हो. इसी के चलते शिवसेना अब कांग्रेस के साथ पद का खेल खेल रही है. वही शिवसेना और बीजेपी दोनों आमने सामने हो गयी है.सुगबुगाहट है कि बहुमत न मिल पाने के चलते कांग्रेस पार्टी से शिवसेना समर्थन मांग सकती है. ख़बर है कि कांग्रेस को समर्थन के बदले उप-मेयर का पद दिया जायेगा. गौरतलब है कि शिवसेना के खाते में 84 तो बीजेपी को 82 सीटें मिलीं हैं .
शिवसेना और कांग्रेस के महत्वपूर्ण बिंदु
- अधिकारियों के मुताबिक 9 मार्च को मेयर का चुनाव होगा. महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है, जिसमें सेना के प्रोपोजल के बारे में बातचीत की जाएगी.
- इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, नारायण राणे, मुंबई के कांग्रेस चीफ संजय निरुपम, सांसद हुसैन दलवई और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नसीम खान और बालासाहेब थोराट शामिल होंगे.
- वहीं कांग्रेस विधायक अब्दुल सतार ने कहा कि पार्टी ठाकरे की पार्टी को समर्थन देने के बारे में विचार करेगी. चूंकि बीजेपी हमारी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी है, इसलिए पार्टी की राज्य यूनिट आलाकमान को एक प्रोपोजल भेजेगी, जिसमें कहा जाएगा कि वह शिवसेना को सिर्फ बीएमसी ही नहीं बल्कि राज्य के बाकी बाकी निकाय चुनावों और जिला परिषद् के चुनावों में समर्थन देगी.