अजीत अगरकर के चीफ सेलेक्टर बनने के एक दिन बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने वेस्टइंडीज दौरे पर पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा की। अनुभवी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को कप्तान बनाया गया और सूर्यकुमार यादव को उप-कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई। नियमित कप्तान रोहित शर्मा सहित कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया।
यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा को पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया। मगर आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन के कारण फैंस के चहेते बने रिंकू सिंह को नजरअंदाज किया गया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईपीएल 2023 में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया था। उन्होंने 14 मैचों में 59.25 की औसत से 474 रन बनाए थे। रिंकू सिंह ने कई मौकों पर बेहतरीन बल्लेबाजी की और तब से भारतीय टीम में उन्हें शामिल करने की मांग जोरों पर थी।
हालांकि, प्रयागराज के लाल रिंकू सिंह को जगह नहीं मिली। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन से तीन प्रमुख कारण हैं, जिसकी वजह से रिंकू सिंह भारतीय टीम में चुने जाने के मजबूत दावेदार हैं।
1) मैच फिनिशर की कमी होती दूर – भारतीय टीम के पास इस समय अच्छा मैच फिनिशर नहीं हैं। रिंकू सिंह ने आईपीएल 2023 में कई मौकों पर खुद को बेहतर मैच फिनिशर साबित किया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के जमाकर कोलकाता नाइटराइडर्स को जीत दिलाने वाला मुकाबला भला कोई फैन कैसे भूल सकता है। ऋषभ पंत इस समय चोटिल हैं तो रिंकू को बतौर मैच फिनिशर आजमाने का इससे बेहतर मौका और क्या होता।
2) गेंदबाजों के लिए काल – रिंकू सिंह ने अपनी सबसे बड़ी खूबी दर्शायी कि सामने तेज गेंदबाज हो या स्पिनर, वो किसी भी धुनाई करने में माहिर हैं। आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ 177 के स्ट्राइक रेट से 326 रन बनाए। तेज गेंदबाज केवल चार बार रिंकू सिंह को शिकार बनाने में कामयाब रहे। वहीं स्पिनर्स के खिलाफ बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 112 के स्ट्राइक रेट से 148 रन बनाए हैं। रिंकू सिंह का स्ट्राइक रेट दर्शाता है कि वो किसी भी गेंदबाज के खिलाफ सहज हैं और उनके खेल में इतनी परिपक्वता है कि वो टीम इंडिया के लिए बेहतर मैच विनर बन सकते हैं।
3) घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन – रिंकू सिंह का चयन सिर्फ आईपीएल के प्रदर्शन पर नहीं आधारित नहीं रहता। उनका घरेलू क्रिकेट में भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। रिंकू ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 41 मैच खेले, जिसमें 58.38 की औसत से 2919 रन बनाए। इसमें 7 शतक और 19 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 50 लिस्ट ए मैचों में 53 की औसत से 1749 रन बनाए। इसमें एक शतक और 16 अर्धशतक शामिल है। रिंकू ने कुल 89 टी20 मैचों में 10 अर्धशतकों की मदद से 1768 रन बनाए। इस प्रारूप में उनकी औसत 30.48 की रही।