झारखंड के देवघर में दशहरे की सुबह बड़ा हादसा हुआ है। सिकटिया अजय बाराज में एक वाहन पलट कर पास के तालाब में जा गिरा जिसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई। हादसे में महिला व बच्चे भी मौत का शिकार हो गए। चितरा थाना प्रभारी मुखिया व स्थानीय ग्रामीणों ने सभी के शवों को पानी से बाहर निकाला।
देवघर जिले के चितरा थाना क्षेत्र में दशहरे की सुबह दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां सिकटिया अजय बाराज में सुबह करीब 5.15 पांच बजे एक बोलेरो गाड़ी के गिर जाने से उसमें सवार दो मासूम बच्चों सहित एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई।
वाहन पलट कर पास के तालाब (केनाल) में जा गिरा। चितरा थाना प्रभारी राजीव कुमार, मुखिया महादेव सिंह व स्थानीय ग्रामीणों ने सभी के शवों को पानी से बाहर निकाला। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
एक तस्वीर सामने आई, जिसे देखकर हर किसी का दिल पिघल सकता है। तस्वीर में एक वृद्ध के हाथों में मासूम दिखाई दे रहा है। उसकी आंखें बंद है। एक पल को लग रहा है कि वह सो रहा है। हालांकि, हकीकत इससे परे है। बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा।
दुर्गा पूजा के लिए गांव गए थे सभी
घटना के संबंध में बताया गया कि चितरा थाना क्षेत्र के आसनसोल गांव निवासी मनोज चौधरी की बेटी व बच्चे दुर्गा पूजा के अवसर पर गांव आए थे। अपने बच्चों और पत्नी को लेने के लिए मनोज के दामाद गांव आए थे।
सुबह करीब 4:30 बजे मनोज की बेटी लवली देवी अपने पति, भाई और बच्चों के साथ मायके से अपने ससुराल गिरिडीह जिला अंतर्गत शाखो बांसडीह गांव के लिए बोलेरो से निकली थी।
इस दौरान चालक का गाड़ी पर से संतुलन बिगड़ गया और बोलेरो सड़क किनारे रेलिंग तोड़ते ही बाराज के पास स्थित केनाल के गहरे पानी में जा गिरी।
इस दौरान गाड़ी के चालक ने गेट खोलकर गाड़ी से किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली, लेकिन उसका हाथ हादसे में टूटा है। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है।
गाड़ी के अंदर ही फंसे रहे सभी
वहींस अन्य लोग गाड़ी के अंदर ही फंसे रहे। जब तक लोगों को पता चलता और लोगों को बाहर निकाला जाता, तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। बताया जाता है कि लवली कुमारी व अन्य लोग शाखो बांसडीह गांव से ही बोलेरो किराए पर लेकर आसनसोल गांव आए थे और यहीं से वापस लौट रहे थे।
गार्ड ने देखी गाड़ी
बताया जाता है कि बाराज के पास रुककर इन लोगों ने फोटो लिया था। उसके बाद फिर आगे बढ़े। आगे केनाल के पास बोलेरो की गति अधिक होने के कारण संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी गहरे पानी में गिर गई। घटना के करीब दस मिनट बाद वहां गार्ड के तौर पर तैनात अशोक सिंह की नजर गाड़ी पर पड़ी।
उसने ग्रामीण मजिस्ट्रेट सिंह उर्फ बहस सिंह को घटना के बारे में बताया। उसने चितरा थाना प्रभारी राजीव कुमार को इस बारे में जानकारी दी। उसके बाद मजिस्ट्रेट सिंह ने लोगों को बचाने के इरादे से पानी में छलांग लगा दी। गाड़ी के अंदर फंसे बच्चों व दो पुरुष को बाहर निकाला।
फिर देखा कि महिला पानी में बह रही है। उसने तैर कर जाकर महिला के शव को भी बाहर निकला। वहीं, चालक बाहर निकलकर किनारे पर आ गया था। उसके बाद सूचना मिलने पर चितरा थाना प्रभारी राजीव कुमार, मुखिया महादेव सिंह व अन्य लोग मौके पर पहुंचे।
शवों को उठाकर सारठ सीएचसी ले जाया गया। सीएचसी में सारठ एसडीपीओ धीरेन्द्र नारायण बंका भी पहुंचे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
मृतकों के नाम
इस हादसे में मरने वालों में गिरिडीह जिला अंतर्गत शाखो बांसडीह गांव निवासी 32 वर्षीय मुकेश राय, उनकी पत्नी 28 वर्षीय लवली कुमारी, तीन वर्षीय बेटी जीवा कुमारी, एक वर्ष का बेटा और लवली का भाई चितरा थाना क्षेत्र के आसनसोल गांव निवासी 25 वर्षीय रौशन चौधरी शामिल हैं। रौशन अपने मां पिता का इकलौता बेटा था। वहीं इस हादसे में मारा गया मुकेश राय भी अपने घर का इकलौता बेटा था।