कॉलिन डेवेराक्स एक झील के पास रुक गए, जब उन्होंने देखा कि मछली पानी में तैर रही है। अचानक उन्होंने महसूस किया कि एक मगरमच्छ ने उनके दाहिने पैर को पकड़ लिया। पहले उन्होंने मगमच्छ को हटाने के लिए उल्टे पैर से उस पर हमला किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
एक ऑस्ट्रेलियाई किसान ने एक ऐसा किस्सा बताया, जिसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। दरअसल, उन्होंने हाल ही में साझा किया कि कैसे वह मगरमच्छ के हमले से बचे। यह हमला पिछले महीने उस समय हुआ, जब कॉलिन डेवेराक्स फिनिस नदी के पास तारबंदी कर रहे थे।
3.2 मीटर लंबे मगरमच्छ के काटने के बाद भी जिंदा है
60 वर्षीय कॉलिन डेवेराक्स एक झील के पास रुक गए, जब उन्होंने देखा कि मछली पानी में तैर रही है। अचानक उन्होंने महसूस किया कि एक मगरमच्छ ने उनके दाहिने पैर को पकड़ लिया। पहले उन्होंने मगमच्छ को हटाने के लिए उल्टे पैर से उस पर हमला किया, लेकिन कोई फायदा नहीं। इसके बाद किसान को कुछ समझ नहीं आया, तो उसने खुद को बचाने के लिए मगरमच्छ की पलक को दांत से काट लिया। किसान ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि 3.2 मीटर लंबे मगरमच्छ के काटने के बाद भी जिंदा है।
पानी के अंदर खींचा
उन्होंने बताया, ‘मगरमच्छ सीधे पैर पर चढ़ गया था और मुझे बुरी तरह हिला दिया। इसके बाद पानी के अंदर खींच लिया। मेरी हालत खराब हो गई थी। हालांकि, गलती से मैंने मगरमच्छ की पलकों को दांतों से पकड़ लिया। मगरमच्छ की पलकें बहुत मोटी थीं। ऐसे लग रहा था जैसे किसी चमड़े को पकड़ लिया हो। बाद में उसकी पलक को झटकते हुए छोड़ दिया। मगरमच्छ ने कुछ समय तक मेरा पीछा किया, लेकिन फिर रुक गया और वापस चला गया।’
एक महीने से चल रहा इलाज
किसान ने बताया पैर से खून बह रहा था, उसे रोकने के लिए एक तौलिया और कुछ रस्सी का इस्तेमाल किया। बाद में अपने भाई रॉयल डार्विन के साथ 130 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल गए। तबसे अब तक उनका इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह सब मात्र आठ सेकंड में हुआ। अगर उसने मुझे कहीं और काटा होता तो शायद अलग स्थिती होती। सबसे बड़ी समस्या बैक्टीरिया को साफ करना था। बिल्लाबोंग के सभी पानी कीचड़ से भरे हुए हैं। यहां हंस , बत्तख और मगरमच्छ हैं। हालांकि, डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि डेवेरॉक्स इस सप्ताह पूरी तरह से सही हो जाएंगे। डेवेराक्स ने कहा कि इस हादसे ने और अधिक सावधान होना सिखाया है।