तीन दिन से बिगड़ी गोरखपुर शहर की हवा बृहस्पतिवार को थोड़ी राहत देने वाली रही। दरअसल, पैड़लेगंज-नौसड़ सिक्सलेन पर बुधवार की देर रात ही ओवरब्रिज के लिए बनाए जा रहे पिलर के दौरान उखड़ी सड़क की मरम्मत की गई। तारकोल की सड़क एक लेयर में बिछाने से अब धूल नहीं उड़ रही है।
गोरखपुर के दिवाली में पटाखाें के बारूद से प्रदूषित हुई शहर की हवा अब धीरे-धीरे सुधरने लगी है। निर्माण वाले कार्य स्थलों पर पानी के लगातार छिड़काव से धूल का गुबार थम गया है। लिहाजा शहर की हवा में भी सुधार हुआ है। बृहस्पतिवार को शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का स्तर 121 दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले ही बुधवार को एक्यूआई 180 पर था।
दिवाली में पटाखों के बारूद से शहर की हवा काफी प्रदूषित हो गई थी। दिवाली के दूसरे दिन सोमवार को शहर का एक्यूआई 300 दर्ज किया गया। बुधवार को भी शहर में प्रदूषण का स्तर खराब रहा। इसकी अपेक्षा बृहस्पतिवार की सुबह करीब 10 बजे एक्यूआई 131 व शाम सात बजे एक्यूआई 121 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया।
तीन दिन से बिगड़ी शहर की हवा बृहस्पतिवार को थोड़ी राहत देने वाली रही। दरअसल, पैड़लेगंज-नौसड़ सिक्सलेन पर बुधवार की देर रात ही ओवरब्रिज के लिए बनाए जा रहे पिलर के दौरान उखड़ी सड़क की मरम्मत की गई। तारकोल की सड़क एक लेयर में बिछाने से अब धूल नहीं उड़ रही है।
बृहस्पतिवार को दोपहिया वाहन चालकों को भी बहुत दिक्कतें नहीं हुई। दृश्यता भी बढ़ गई है। इससे आसपास के घरों के लोगों को बहुत सुकून मिला है। हार्डवेयर के दुकानदार सुशील गुप्ता ने बताया कि धूल से हम लोग बहुत परेशान थे। मास्क लगाना पड़ रहा था। लेकिन, सड़क की मरम्मत होने और पानी के छिड़काव से बहुत राहत मिली है।
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